Rajnath singh on LAC: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कथित चीनी घुसपैठ के संबंध में विपक्षी पार्टियों के आरोपों का खंडन किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि कोई भी देश भारत का एक इंच जमीन भी नहीं हड़प सकता। एनडीटीवी के साथ इंटरव्यू में राजनाथ सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी ने कभी भी देश के सैनिकों की वीरता पर सवाल नहीं उठाया है।
विपक्ष के दावों का रक्षा मंत्री ने किया खंडन
राजनाथ सिंह ने कहा कि रक्षा मंत्री के तौर पर मैं देश के नागरिकों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि कोई भी देश हमारी एक इंच जमीन पर भी अतिक्रमण नहीं कर सकता है। बता दें कि लद्दाख में चीनी सेना की कथित घुसपैठ को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर दबाव बना रहा है। इससे पहले भी सरकार ने विपक्ष के दावों का खंडन किया था कि चीन ने भारतीय जमीन पर कब्जा कर लिया है।
भारत और चीन के बीच 2020 से तनाव
बता दें कि भारत और चीन के बीच 2020 से बढ़ गया है। 2020 में पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी के पास चीनी और भारतीय सैनिक आपस में भिड़ गए थे। इसमें भारत के 20 सैनिकों के शहीद हुए थे। राजनाथ सिंह ने कहा कि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर सीमा विवाद को सुलझाने के लिए दोनों देशों के बीच कमांडर स्तर पर बातचीत चल रही चर्चाएं चल रही है। हालांकि, उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच क्या बातचीत हुई इसके बारे में फिलहाल खुलासा नहीं किया जा सकता है, लेकिन अगर खुलासा हुआ तो लोगों को गर्व होगा।
भारत-चीन के बीच सीमा विवाद पर चल रही है बात
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मौजूदा समय में, भारत और चीन के बीच सकारात्मक माहौल में कमांडर स्तर पर चर्चा हो रही है। मेरा मानना है कि हमें नतीजों की प्रतीक्षा करनी चाहिए। हालांकि, अगर मैं खास तौर पर इस मुद्दे पर चर्चा शुरू करुंगा, तो इससे लोगों को गर्व होगा। हालांकि, मैं अभी इसके विवरण के बारे में फिलहाल कोई खुलासा नहीं करना चाहता।
अरुणाचल प्रदेश को लेकर भी चीन-भारत में विवाद
दिसंबर 2022 में, अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर एक और झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनाव फिर से बढ़ गया। सरकार ने चीन पर एलएसी पर स्थिति को एकतरफा बदलने का प्रयास करने का आरोप लगाया था। बता दें कि चीन अरुणाचल प्रदेश को तिब्बत का हिस्सा होने का दावा करता है, जिसे भारत ने बार-बार खारिज किया है और अरुणाचल प्रदेश को देश का अभिन्न अंग बताया है।