RBI Governor on Crypto Currency: भारत में क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों की संख्या हाल के दिनों में बढ़ी है। इन दिनों भारत के क्रिप्टोकरेंसी काफी खुश भी हैं क्योंकि वैश्विक स्तर पर क्रिप्टोकरेंसी के मूल्य में वृद्धि हुई है। हालांकि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने दावोस में हो रहे विश्व इकोनॉमिक फोरम में चेताया कि इस तरह की वर्चुअल करेंसी का कोई मूल्य नहीं है और यह भारत जैसी उभरती अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
भारत अपने हितों को देखेगा
शक्तिकांत दास का यह बयान मौजूदा समय में अहम माना जा रहा है। दास का यह बयान अमेरिकी सिक्योरिटी एक्सचेंज कमीशन (US SEC) की ओर से बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेट फंड को मंजूरी देने के महज एक दिन बाद आया है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि जहां कुछ देशों के लिए यह नया मौका है, वहीं हमें वर्चुअल करेंसी में खतरा नजर आ रहा है। दास ने कहा कि क्रिप्टाेकरेंसी को लेकर भारत का नजरिया दूसरे देशों की तरह नहीं है। वे (US SEC) अपने देश के हितों को देखेंगे और भारत अपना हित देखेगा।
भारत में क्रिप्टाेकरेंसी का भविष्य बुरा
यह पहला मौका नहीं है जब आरबीआई गवर्नर ने क्रिप्ट्रोकरेंसी को लेकर ऐसी बात कही है। दास पहले भी कई मौकों पर वर्चुअल करेंसी से संभावित खतरे को लेकर आगाह कर चुके हैं। भारत में क्रिप्टो करेंसी के भविष्य को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में शक्तिकांत दास ने कहा कि भारत में इसका भविष्य काफी बुरा है। इससे कई तरह के खतरे पैदा हो सकते हैं।
कुछ साल पहले क्रैश हुई थी वर्चुअल करेंसी
शक्तिकांत दास ने कहा कि यह नहीं भूलना चाहिए कि यह वर्चुअल करेंसी कुछ साल पहले क्रैश हो गए थे। इनसे मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग जैसी गतिविधियां बढ़ने की संभावना है। इससे उभरती अर्थव्यवस्थाओं में अस्थिरता पैदा होने का जोखिम है। उन्होंने हाल के कुछ महीनों में भारत की महंगाई दर बढ़ने पर कहा कि आरबीआई इस पर नजर रख रहा है।