RJD Foundation day in Patna: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने केद्र की मोदी सरकार को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा, नरेंद्र मोदी की यह सरकार बेहद कमजोर है, वह कभी गिर सकती है। लालू ने दावा किया कि अगस्त के बाद बिहार में तेजस्वी के नेतृत्व में नई सरकार बनेगी। लालू के इस बयान से बिहार से दिल्ली तक घमासान मचा हुआ है। एनडीए की ओर से भी प्रतिक्रियाएं आई हैं।
कार्यकर्ताओं से तैयार रहने की अपील
राष्ट्रीय जनता दल के पटना कार्यालय में शुक्रवार को पार्टी का 28वां स्थापना दिवस समारोह आयोजित था। कार्यक्रम में मौजूद राजद नेताओं व कार्यकर्ताओं से लालू प्रसाद यादव ने तैयार रहने का आह्वान किया। कहा, बिहार में कभी चुनाव हो सकते हैं।
बिहार में मध्यावधि चुनाव की संभावना
लालू यादव ने मोदी सरकार के साथ नीतीश सरकार का भविष्य भी बताया है। बिहार में मध्यावधि चुनाव की आशंका जताते हुए कहा, बिहार में जब भी चुनाव होंगे तेजस्वी यादव के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी।
तेजस्वी यादव ने कहा...
- पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने स्थापन दिवस समारोह में कहा, बिहार में डबल इंजन की सरकार है, लेकिन 20 दिन के एक दर्जन से अधिक पुल गिर गए। रेल दुर्घटनाएं हुईं, पेपर लीक हुआ, लेकिन लोग इन मुद्दों पर बोलने को तैयार नहीं हैं। हम लोग सवाल उठाते हैं तो सत्ता पक्ष के लोग कहते हैं, सब तेजस्वी ने किया है।
- तेजस्वी ने कहा, मैं मुख्यमंत्री और भाजपा नेताओं को चुनौती देता हूं कि जो-जो पुल गिरे हैं, उनकी स्वीकृति, टेंडर, शिलान्यास, उद्घाटन की तिथि जारी कर दें, दूध का दूध और पानी हो जाएगा।
PM मोदी ही लाल किले से फहराएंगे झंडा
लालू यादव के बयान पर उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा, उम्र के अंतिम पड़ाव पर वह जो सपना देख रहे हैं, बहुत घबराने वाला है। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व गुरु बनने की ओर कदम बढ़ा रहा है। अपराध व भ्रष्टाचार को पोषित करने वाले घबरा रहे हैं। अगस्त में पीएम मोदी ही लाल किले से झंडा फहराएंगे।
औरंगाबाद सांसद ने पहनाया चांदी का मुकुट
स्थापना दिवस समारोह में औरंगाबाद के सांसद और आरजेडी संसदीय दल के नेता अभय कुशवाहा ने चांदी का मुकुट पहनाकर तेजस्वी यादव का स्वागत किया। इस दौरान प्रदेशभर से पार्टी के सभी बड़े नेता व सांसद विधायक पहुंचे थे।
सहयोगी दल दिखा रहे तेवर
दरअसल, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू सहित अन्य सहयोगी दलों की मदद से बनी है, लेकिन सहयोगी दल जिस तरह तेवर दिखा रहे हैं। मोदी सरकार की मुश्किल बढ़ा सकते हैं। नीतीश और चंद्रबाबू ने भी विशेष राज्य का दर्जा, आरक्षण और जातिगत जनगणना जैसे कई बड़ी मांगें रख दी है, जो सरकार के लिए असंभव लग रही हैं। लालू को उम्मीद है कि मांगें पूरी न होने पर नीतीश समर्थन वापस ले सकते हैं।