मणिपुर के पूर्व सीएम के घर पर रॉकेट अटैक: 1 की मौत, 5 घायल; कुकी उग्रवादियों ने दिन में दूसरा हमला किया

Rocket fired On Manipur Ex CM House
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मणिपुर के पूर्व सीएम मैरेंबम कोइरेंग के घर पर कुकी उग्रवादियों ने रॉकेट दागे।
Rocket fired On Manipur Ex CM House: मणिपुर के पूर्व सीएम मैरेंबम कोइरेंग के घर पर कुकी उग्रवादियों ने रॉकेट हमला किया। एक बुजुर्ग की मौत और 5 लोग घायल हुए। ड्रोन हमले के बाद सुरक्षा बढ़ाई गई।

Rocket fired On Manipur Ex CM House: मणिपुर के बिष्णुपुर जिले में शुक्रवार को कुकी उग्रवादियों ने पूर्व मुख्यमंत्री मैरेंबम कोइरेंग के घर पर रॉकेट बम से हमला किया। इस हमले में एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 5 लोग घायल हो गए। मैरेंबम कोइरेंग राज्य के पहले मुख्यमंत्री रहे हैं और 1963 से 1967 तक तीन बार इस पद पर रह चुके हैं। 27 दिसंबर 1994 को मैरेंबम कोइरेंग का निधन हुआ ।

पूर्व मुख्यमंत्री के घर पर बड़ा हमला
कुकी उग्रवादियों द्वारा किए गए इस हमले से इलाके में दहशत फैल गई। पुलिस के मुताबिक, यह हमला मोइरांग से लगभग 4 किलोमीटर दूर पहाड़ी से किया गया था। हमले के दौरान जिस बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हुई, वह एक धार्मिक कार्यक्रम की तैयारी कर रहे थे। हमले के कारण इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है और पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।

रॉकेट बम हमले से मणिपुर में मची अफरा-तफरी
शुक्रवार सुबह बिष्णुपुर जिले के त्रोंग्लाओबी क्षेत्र में भी एक रॉकेट बम हमला हुआ था, जिसमें 2 इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। मोइरांग में यह पहला गन-बम हमला था। स्थानीय लोग इस हमले से डरे हुए हैं, क्योंकि इससे पहले इस क्षेत्र में इस तरह के हमले नहीं हुए थे। कुकी उग्रवादियों की ओर से लगातार हो रहे हमले राज्य में कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बने हुए हैं।

मणिपुर में ड्रोन हमलों ने बढ़ाई चिंता
सितंबर के पहले सप्ताह में भी मणिपुर में दो ड्रोन हमले हुए थे। इन हमलों में 1 व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हुए थे। 3 सितंबर को इम्फाल जिले के सेजम चिरांग गांव में हुए ड्रोन हमले में 3 लोग घायल हो गए थे, जिसमें एक महिला भी शामिल थी। 1 सितंबर को कोट्रुक गांव में हुए हमले में 2 लोगों की मौत हो गई थी और 9 लोग घायल हो गए थे। यह पहली बार है जब मणिपुर में ड्रोन हमले हुए हैं।

कुकी उग्रवादियों को मिल रही विदेशी ट्रेनिंग?
माना जा रहा है कि कुकी उग्रवादियों को म्यांमार से टेक्निकल सपोर्ट और ट्रेनिंग मिल रही है। यही वजह है कि ये उग्रवादी ड्रोन वारफेयर में निपुण हो रहे हैं। इस तरह के हमलों ने सुरक्षा एजेंसियों को चिंता में डाल दिया है। मणिपुर सरकार ने इन ड्रोन हमलों की जांच के लिए एक उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया है। यह समिति पता लगाएगी कि उग्रवादियों के ड्रोन अटैक और ड्रोन के जरिए हथियारों को इस्तेमाल करने की जानकारी और ट्रेनिंग कहां से मिल रही है।

मणिपुर में पहली बार एंटी-ड्रोन मशीन गन का होगा इस्तेमाल
मणिपुर में लगातार हो रहे ड्रोन हमलों के मद्देनजर केंद्र सरकार ने पहली बार एंटी-ड्रोन मशीन गन के इस्तेमाल की मंजूरी दी है। यह कदम 1-3 सितंबर के बीच हुए ड्रोन हमलों के बाद उठाया गया है। राज्य में मार्च 2023 से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा चल रही है। इस फैसले से राज्य में ड्रोन हमलों को रोकने में मदद मिलने की उम्मीद की जा रही है।

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