RSS Indresh Kumar U turn: आरएसएस राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार अपने बयान से पलट गए हैं। इंद्रेश कुमार ने पहले कहा था कि जो अहंकारी हुए वे 241 पर रुक गए, और जो राम विरोधी हैं वे 234 पर, ये प्रभु का न्याय है। इस बयान पर विवाद बढ़ तो संघ ने कहा कि यह हमारा स्टैंड नहीं है। इसके बाद शनिवार को इंद्रेश कुमार ने अपना बयान पलटते हुए कहा कि राम का संकल्प लेने वाले सत्ता में हैं।

पहला बयान: 'अहंकार के कारण एक पार्टी की जीत'
गुरुवार को जयपुर के पास कनोता में एक कार्यक्रम के दौरान इंद्रेश कुमार ने लोकसभा चुनाव में  पार्टियों के प्रदर्शन को लेकर टिप्पणी की थी। कुमार ने कहा था भगवान राम की भक्ति करने वाले धीरे-धीरे अहंकारी हो गए। उस पार्टी को सबसे बड़ी पार्टी घोषित किया गया, लेकिन अहंकार के कारण भगवान राम ने उसे 241 पर रोक दिया। वहीं जिस पार्टी ने राम का विरोध किया था वह 234 पर रुक गए, सब साथ आकर भी सरकार नहीं बना पाए। 

दूसरा बयान: 'राम का संकल्प लेने वाले अब सत्ता में'
शुक्रवार को, इंद्रेश कुमार ने अपने पहले बयान से पूरी तरह यू-टर्न लेते हुए भाजपा की तारीफ की। उन्होंने कहा, "राम का विरोध करने वाले सभी सत्ता से बाहर हैं, जबकि राम का संकल्प लेने वाले अब सत्ता में हैं।" उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार तीसरी बार बनी है। लोगों में यह  गहरा विश्वास है कि उनके नेतृत्व में देश दिन-रात तेजी से प्रगति करेगा। हम आशा और कामना करते हैं कि यह विश्वास फले-फूले और फल दे।

लोकसभा चुनाव में बीजेपी रह गई बहुमत से दूर
बता दें कि देश में लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से 1 जून तक सात चरणों में हुआ था। इस चुनाव में बीजेपी ने 241 सीटों पर जीत हासिल की। बीजेपी बहुमत के आंकड़ों से दूर रह गई। हालांकि,  बीजेपी की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने बहुमत साबित कर सरकार बना ली है। नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने। चुनावी नतीजों में बीजेपी के बहुमत से दूर रहने पर सवाल विपक्षी पार्टियों द्वारा सवाल उठाए जा रहे हैं। बता दें कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में 99 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी। विपक्षी इंडिया ब्लॉक को कुल मिलाकर 234 सीटों पर जीत मिली।