S Jaishankar On Western media: विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने शुक्रवार (24 मई) को भारत के बारे में पश्चिमी मीडिया की रिपोर्टिंग पर गंभीर सवाल उठाए। न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि एक अंतरराष्ट्रीय खान मार्केट गैंग भी काम कर रहा है। ये ऐसे लोग हैं जो देश के हकदारों से जुड़े हैं। जब घरेलू खान बाजार में बिक्री कम हो जाती है, तो इन अंतरराष्ट्रीय खान बाजार गैंग वालों को लगने को लगता है कि अब समर्थन देने की जरूरत है।
भारतीय मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश
जयशंकर ने कहा कि भारतीय राजनीति की दिशा और मतदाताओं की पसंद पर असर डालने की कोशिश हो रही है, यह स्पष्ट नजर आ रहा है, खासकर चुनाव के समय ऐसी कोशिशें चरम पर होती हैं।विदेश मंत्री ने कहा कि भारत में जो रैंकिंग्स जारी की जाती हैं, वे भारत को हतोत्साहित करने और अवैध ठहराने की कोशिश का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा, "यह दिखाने की कोशिश है कि भारत में सभी चीजें गलत हो रही हैं क्योंकि भारत उन्हें जो परिणाम देते जा रहा है, वो उन्हें पसंद नहीं है।
सब जानते हैं कि देश में आरक्षण पर हमला किसने किया?
जयशंकर ने कांग्रेस के आरोपों पर भी तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सब जानते हैं कि इस देश में आरक्षण पर हमला किसने किया है? यह कांग्रेस पार्टी और INDI गठबंधन में शामिल कुछ दूसरी पार्टियों ने किया है। व्यवस्थित तौर पर आस्था का ध्यान रखते हुए अल्पसंख्यक संस्थानों का गठन किया गया। इसके बाद जिन लोगों को पहले आरक्षण मिल रहा था उनसे अधिकार छीन लिए गए। संविधान में 60 संशोधन किसने किए? कांग्रेस पार्टी के पास संविधान बदलने का सर्वोच्च रिकॉर्ड है, इसके बावजूद वे दूसरों पर संविधान बदलने का आराेप लगा रहे हैं।
चुनाव प्रचार में शामिल होना एक अलग ही अनुभव
लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार करने से जुड़े एक सवाल पर जयशंकर ने कहा कि मैंने 10-11 से राज्यों में प्रचार किया है। दो और राज्यों में जाने की योजना है। लोकसभा चुनाव दूसरे चुनाव से अलग होते हैं। चुनाव में शामिल होना और इसका प्रचार करना दोनों का अलग अनुभव होता है। उन्होंने बताया कि युवा मतदाताओं के साथ बातचीत के दौरान उन्हें विदेश नीति और देश की स्थिति में गहरी रुचि देखने को मिली। लोग यूक्रेन में बचाव अभियान, रूस के तेल मुद्दे और PoK के बारे में पूछते हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान संयुक्त राष्ट्र में सीट के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। इन सब चीजों से पता चलता है कि जनता इस बात की इच्छुक है कि इस दिशा में कदम उठाए जाने चाहिए।
भारतीय जनता की बढ़ रही है राजनीतिक जागरूकता
जयशंकर ने कहा कि भारतीय जनता की बढ़ती राजनीतिक जागरूकता और उनकी विदेश नीति में रुचि देखकर मैं बहुत प्रभावित हुआ हूं। उन्होंने कहा कि मतदाता अब देश के अहम मुद्दों से जुड़े सवाल पूछने लगे है। लोग सरकार की नीति और इसके द्वारा लिए जाने वाले निर्णयों के बारे में जागरूक हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि इससे साफ पता चलता है कि देश की जनता राजनीतिक और सामाजिक रूप से जागरूक हो रही है। उन्होंने कहा कि आम लोगों की यह जागरूकता लोकतंत्र को मजबूत बनाती है। इससे सुनिश्चित होता है कि सरकारें भी जनता के प्रति जवाबदेह बने।
युवा आंतरिक नहीं वैश्विक मुद्दों में भी रखते हैं रुचि
जयशंकर ने कहा कि यह देखना उत्साहजनक है कि युवा मतदाता न केवल देश के आंतरिक मामलों में बल्कि वैश्विक मुद्दों में भी रुचि रखते हैं। उन्होंने बताया कि मतदाताओं का यह रुझान दिखाता है कि भारत का भविष्य सुरक्षित हाथों में है और युवा पीढ़ी देश के विकास और उसकी वैश्विक स्थिति को लेकर गंभीर है। विदेश मंत्री ने कहा कि यह जागरूकता और रुचि भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली के लिए एक सकारात्मक संकेत है।