S Jaishankar Reaffirms Stand on PoK: पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (PoJK) में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। लगातार चौथे दिन सोमवार, 13 मई को पीओके में अवामी एक्शन कमेटी (AAC) की अगुवाई में राजधानी मुजफ्फराबाद में एक लंबा मार्च निकाला गया। प्रदर्शनकारियों ने कोहाला-मुजफ्फराबाद रोड को जाम कर दिया है।

मीरपुर में कानून प्रवर्तन और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के बाद पीओजेके सरकार ने रेंजर्स और पुलिस को तैनात किया। इन झड़पों में एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई और 70 अन्य घायल हो गए। तनाव को देखते हुए बाजार, व्यापार केंद्र और शैक्षणिक संस्थान बंद हैं। परिवहन सेवाएं निलंबित हैं। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पीओजेके में चल रही अराजक स्थिति से निपटने के लिए एक हाईलेवल बैठक बुलाई है। 

पाकिस्तान की सरकार ने मानी सभी मांगें
ARY न्यूज के अनुसार, पाकिस्तान की सरकार ने अवामी एक्शन कमेटी की सभी मांगों को स्वीकार कर लिया है। सूत्रों ने दावा किया है कि सरकार ने आटे पर सब्सिडी देने और बिजली बिलों में बढ़ोत्तरी वापस लेने के लिए समिति की मांग मान ली है। पीओके के पीएम चौधरी अनवारुल हक ने कहा कि आटे और बिजली की कीमतों पर राहत देने के लिए अगर विकास बजट में कटौती करनी पड़ी तो की जाएगी। 

एस जयशंकर बोले- POK भारत में होगा शामिल
पीओके में बढ़ती अस्थिरता को देखते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को अवैध रूप से कब्जे वाले क्षेत्र के विलय पर भारत के रुख को दोहराया और कहा कि एक दिन हम पीओके पर अवैध कब्जा खत्म कर देंगे और पीओके भारत में शामिल हो जाएगा। 

एस जयशंकर ने कहा कि इन दिनों, पीओके में बहुत सारी चीजें चल रही हैं। आपने वहां कुछ घटनाएं होती देखी होंगी। मोदी सरकार इस पर बहुत स्पष्ट है। पीओके भारत का हिस्सा है। विदेश मंत्री ने ये बातें मुंबई में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में भारतीय पूंजी बाजार 'विकसित भारत के लिए रोडमैप' पर एक सेमिनार में मीडिया से बातचीत के दौरान कहीं। 

फारुक अब्दुल्ला को पाकिस्तान के एटम बम पर गर्व
विदेश मंत्री ने विपक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर मैं रिकॉर्ड की बात करूं तो पिछले पांच साल में हमारी बहुत बड़ी उपलब्धियों में से एक धारा 370 थी। मोदी सरकार की सोच ये है कि कश्मीर को कैसे विकसित करें। दूसरी ओर आप देखिए कि कौन धारा 370 को लागू करना चाहता है। कौन इसमें रुचि रखता था, इसलिए यह भी देश के सामने एक बहुत स्पष्ट विकल्प है।

विदेश मंत्री ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की टिप्पणी पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि फारूक अब्दुल्ला हमें याद दिलाते हैं कि हमें पीओके के बारे में बात नहीं करनी चाहिए, क्योंकि पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार हैं। हमें भी भारत के परमाणु हथियारों पर गर्व है। इसके विपरीत उन्हें पाकिस्तान के परमाणु हथियार अधिक महत्वपूर्ण लगते हैं।