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Fact-finding team arrested: पश्चिम बंगाल की पुलिस ने रविवार को संदेशखाली जा रही एक फैक्ट फाइंडिंग टीम को गिरफ्तार कर लिया। पूर्व ब्यूरोक्रेट्स और जजों की इस टीम को पहले रोक दिया गया। इससे नाराज होकर टीम के सभी सदस्य धरने पर बैठ गए। जिसके बाद पुलिस ने टीम के सभी सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।

Fact-finding team arrested: पश्चिम बंगाल पुलिस ने रविवार को उत्तर परगना जिले के संदेशखाली जा रही फैक्ट फाइंडिंग टीम के सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। इस फैक्ट फाइंडिंग टीम में पूर्व ब्यूरोक्रेट्स और रिटायर्ड चीफ जस्टिस भी शामिल थे। यह फैक्ट फाइंडिंग टीम संदेशखाली की महिलाओं की ओर से लगाए गए आरोपों से जुड़े तथ्यों की पड़ताल करने के लिए संदेशखाली जा रहे थे। पहले तो पुलिस ने इस टीम के सभी सदस्यों को जाने से रोक दिया। इससे नाराज होकर टीम के सदस्य सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। इसके कुछ ही देर बाद पश्चिम बंगाल पुलिस ने टीम के सभी चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।  

कौन-कौन हैं फैक्ट फाइंडिंग टीम में?
इस फैक्ट फाइंडिंग टीम में चार लोग शामिल थे। इनमें पटना हाई कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस एल नरसिम्हा रेड्डी, पूर्व आईपीएस अधिकारी राजपाल सिंह, राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व सदस्य चारू वाली खन्ना और वकील भावना बजाज शामिल थीं। इन सभी लोगों को शांति भंग करने के आरोप में हिरासत में लिया गया। वहीं, टीम के सदस्यों ने अपनी गिरफ्तारी के बाद कहा कि पुलिस संदेशखाली मामले में सच्चाई छुपाने की कोशिश कर रही है। यही वजह है कि फैक्ट फाइंडिंग टीम के सदस्यों काे गिरफ्तार किया गया है। 

गिरफ्तारी के बाद टीम के सदस्यों ने क्या कहा‍?
चारू वाली खन्ना ने अपनी गिरफ्तारी के बाद मीडिया से कहा कि हम लोग संदेशखाली जा रहे थे, लेकिन हमें रोक दिया गया। पुलिस ने जानबूझकर हम लोगों को रोका और आम लोगों के लिए मुश्किलें पैदा कीं। पुलिस हमें संदेशखाली की पीड़ितों से मिलने नहीं दे रही। टीम के सदस्यों ने कहा कि टीम के सदस्यों ने पुलिस को भराेसा दिलाया था कि हमारी ओर से धारा 144 से जुड़े नियमों का पालन किया जाएगा। हम सभी दो या तीन लोगों के समूह में ही यात्रा करेंगे। इसके बावजूद भी हमें आगे जलाने से रोक दिया गया। 

इस साल जनवरी से ही संदेशखली में व्याप्त है तनाव
बता दें कि संदेशखाली में इस साल 5 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय से ही तनाव व्याप्त है। दरअसल, 5 जनवरी को तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख के खिलाफ राशन घोटाले की जांच करने पहुंची ईडी की टीएम पर हमला कर दिया गया था। इसमें ईडी के कई अधिकारी जख्मी हो गए थे। इसके बाद से शाहजहां शेख फरार है। वहीं, स्थानीय महिलाओं ने शाहजहां शेख पर यौन उत्पीड़न, अत्याचार करने और जमीन हड़पने का आरोप लगाया है। 

संदेशखाली की महिलाओं ने से मिली सैकड़ों शिकायतें
महिलाओं ने संदेशखाली में शाहजहां शेख के खिलाफ बीते महीने विरोध प्रदर्शन शुरू किया। इस दौरान जमकर तोड़फोड़ की। जिसके बाद पुलिस ने संदेशखाली में धारा 144 लागू कर दिया गया। इसके बाद से ही जो भी यहां पहुंचने की कोशिश कर रहा है, पुलिस उसे गिरफ्तार कर रही है। कुछ दिन पहले कोर्ट के आदेश पर संदेशखाली पहुंचे राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्यों ने कहा था कि उसे शाहजहां शेख और उसके गुर्गो के खिलाफ यौन शोषण और जमीन हड़पने की करीब 50 शिकायतें मिली हैं। इसके साथ ही राज्य सरकार ने कहा है कि उसे करीब 1250 शिकायतें मिली हैं, जिनमें 400 मामले जमीन पर कब्जा करने से जुडें हैं।

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