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Sandeshkhali Row: तृणमूल कांग्रेस ने संदेशखाली मामले में मनगढ़ंत आरोप लगाने का आरोप लगाते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी समेत कई बीजेपी नेताओं के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। 

Sandeshkhali Row: लोकसभा चुनाव के बीच संदेशखाली का मुद्दा सुर्खियों में है। तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच मामले में एक अहम मोड़ आ गया है। एक महिला ने आरोप लगाया है कि भाजपा से जुड़े लोगों ने उससे एक कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराए और फिर उसके नाम पर झूठी बलात्कार की शिकायत लिखी। टीएमसी ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता संदेशखाली की उन महिलाओं को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं, जो शिकायत वापस लेना चाहती हैं। वहीं भाजपा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि टीएमसी महिलाओं को रिश्वत देकर उन पर दबाव बना रही है। 

पियाली ने कोरे कागज पर कराए साइन
संदेशखाली की रहने वाली एक महिला ने बताया कि जिस दिन राष्ट्रीय महिला आयोग की एक टीम ने दौरा किया था, उस दिन पियाली नाम की एक महिला ने उन्हें अपनी शिकायतें साझा करने के लिए बुलाया। महिला ने कहा कि मैंने उन्हें बताया कि हमें 100 दिनों की नौकरी योजना के तहत पैसे नहीं मिले हैं। मुझे केवल वह पैसा चाहिए था और कोई अन्य शिकायत नहीं है। कोई बलात्कार नहीं हुआ। लेकिन पियाली ने हमसे एक खाली कागज पर हस्ताक्षर करवाए। बाद में उन्हें पता चला कि वह उन महिलाओं की सूची में हैं, जिन्होंने स्थानीय तृणमूल नेताओं पर बलात्कार का आरोप लगाया था।

महिला बोली- मिल रही धमकी
महिला की बहुओं ने पियाली पर संदेशखाली को बदनाम करने का आरोप लगाया। कहा कि वह एक बाहरी व्यक्ति है, वह कहीं और से आई है और बड़ी-बड़ी बातें करती है। हमें नहीं पता कि उसे यहां हर किसी के बारे में जानकारी कैसे है। शुरुआत में वह सिर्फ यहां विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेती थी। हमें बाद में पता चला कि वह यहां के साथ है। भाजपा को हमसे झूठ बोलने और हमें फंसाने के लिए दंडित किया जाना चाहिए। मुझे यकीन है कि और भी लोगों को इस तरह धोखा दिया गया है। महिला और उसके परिवार ने कहा कि उन्हें अब पियाली के खिलाफ सामने आने पर धमकियां मिल रही हैं।

टीएमसी ने भाजपा को घेरा
स्थानीय पार्टी नेताओं पर बलात्कार, जमीन हड़पने और जबरन वसूली का आरोप लगने के बाद तृणमूल कांग्रेस बैकफुट पर थी, उसने महिला के आरोपों पर जोर दिया और भाजपा पर राजनीतिक लाभ के लिए सत्तारूढ़ दल को बदनाम करने के लिए कहानियां गढ़ने का आरोप लगाया।

तृणमूल सांसद सुष्मिता देव ने आरोप लगाया कि भाजपा संदेशखाली की साहसी महिलाओं को उनके खिलाफ बोलने की हिम्मत करने के लिए धमकी दे रही है। उन्होंने पूछा कि यह पार्टी कब तक धोखे का जाल बुनती रहेगी, अपने राजनीतिक लालच के लिए हमारी माताओं और बहनों की गरिमा को बेशर्मी से कुचलती रहेगी?

भाजपा बोली- डैमेज कंट्रोल कर रही टीएमसी
भाजपा ने पलटवार करते हुए तृणमूल के आरोपों को डैमेज कंट्रोल की कवायद बताया। पार्टी प्रवक्ता प्रियंका टिबरेवाल ने कहा कि तृणमूल को यह समझना होगा कि गिरे हुए दूध पर रोने का कोई फायदा नहीं है। तृणमूल अब जवाब क्यों दे रही है? वे दो-तीन महीने तक चुप क्यों थे। उन्होंने पहले कहा था कि (संदेशखाली की) महिलाएं झूठ बोल रही थीं, अब वे कह रहे हैं कि उनसे झूठ बुलवाया गया था। जो भी नुकसान होना था वह हो चुका है। बिना आग के धुआं नहीं उठता है। 

अब तृणमूल कांग्रेस ने संदेशखाली मामले में मनगढ़ंत आरोप लगाने का आरोप लगाते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी समेत कई बीजेपी नेताओं के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। 

उत्तरी 24 परगना जिले का संदेशखाली फरवरी में तब सुर्खियों में आया था, जब स्थानीय लोगों ने ताकतवर नेता शेख शाहजहां और उनके सहयोगियों पर उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया। शाहजहां को तृणमूल कांग्रेस ने निष्कासित कर दिया था। वह अब सीबीआई हिरासत में है। उस पर ईडी की टीम पर हमला कराने का आरोप है। 

भाजपा नेता का आया स्टिंग वीडियो
पिछले हफ्ते एक स्थानीय भाजपा नेता का एक स्टिंग वीडियो सामने आया। वीडियो में गंगाधर कोयल को कथित तौर पर यह स्वीकार करते हुए दिखाया गया है कि संदेशखाली में कोई बलात्कार या यौन उत्पीड़न नहीं हुआ था और महिलाओं को सुवेंदु अधिकारी के कहने पर ऐसी शिकायतें दर्ज करने के लिए राजी किया गया था। भाजपा और वीडियो में नेता ने दावा किया है कि क्लिप के साथ छेड़छाड़ की गई है और उनकी आवाज को एडिट किया गया है। पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई है। 

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