बीजेपी ने पश्चिम बंगाल के उत्तर परगना जिले के संदेशखली हिंसा और उत्पीड़न मामले के लिए समिति गठित की है। छह सदस्यों वाली यह समिति ने गुरुवार को संदेशखली में जाकर जमीनी हकीकत पता करने की कोशिश। कमेटी महिलाओं से हुई बातचीत के आधार पर पार्टी को रिपोर्ट सौंपेगी। केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवीइस समिति की अगुवाई कर रही हैं। अन्नपूर्णा देवी को समिति का संयोजक बनाया गया है।
समिति में कौन-कौन सदस्य
समिति में शामिल अन्य लोगों में भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल, कविता पाटीदार, प्रतिमा भौमिक,बृजलाल और संगीता यादव शामिल हैं। जेपी नड्डा ने गुरुवार को इस कमेटी से जुड़ी अधिसूचना जारी की। अधिसूचना में संदेशखली से सामने आईं हिंसा और यौन उत्पीड़न की कथित घटनाओं को दिल दहला देने वाला बताया गया है।
जेपी नड्डा ने जारी की अधिसूचना
नड्डा ने अधिसूचना में कहा है कि पश्चिम बंगाल के संदेशखली में महिलाओं के उत्पीड़न और गुंडागर्दी की घटनाएं लगातार सामने आ रही है। स्थानीय प्रशसन "मूक दर्शक" बना हुआ है। पूरे राज्य में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। बता दें कि बुधवार को संदेशखली में महिलाओं के कथित उत्पीड़न के खिलाफ उत्तर परगना जिले के बशीरहाट में प्रदर्शन कर रहे बीजेपी वर्कर्स पर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया था। इस पुलिस एक्शन में पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार घायल हो गए थे।
संदेशखली की महिलाओं के क्या हैं आरोप
संदेशखली की महिलाओं ने टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उसके दो साथियों पर यौन उत्पीड़न और हिंसा का आरोप लगाया है। महिलाएं बीते एक सप्ताह से विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। महिलाओं के प्रदर्शन को देखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने सख्त कदम उठाया है। संदेशखली और इसके साथ लगे सात पंचायतों के 500 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू कर दिया है। बुधवार को हुए बीजेपी के प्रदर्शन के बाद 19 फरवरी तक धारा 144 का दायरा और बढ़ा दिया गया है।
बीजेपी नेता गौरव भाटिया ने ममता पर साधा निशाना
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी संदेशखली घटना को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार पर निशाना साधा है। भाटिया ने कहा कि महिलाओं के साथ हिंसा और यौन शोषण होने के बावजूद पश्चिम बंगाल सरकार मौन है। ममता बनर्जी की शासन अराजक हो गई है। यह बेहद चिंता की बात है कि इस पूरे मामले पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी खामोश है। संदेशखली में कानून का शासन नहीं बल्कि अराजकता का शासन है।
'ममता बनर्जी बलात्कारियों के समर्थन में खड़ी'
भाटिया ने कहा कि जब अपराध करने वाला टीएमसी का गुंडा हो तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आंखें बंद कर लेती हैं। उन्हें इस बात की भी परवाह नहीं रहती कि अत्याचार महिलाओं या खासकर हिंदू महिलाओं के साथ हो रहा है। भगोड़े शेख शाहजहांं के गुंडों की ओर से किए गए अत्याचार पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को किसी बात की परवाह नहीं है। पश्चिम बंगाल ऐसो राज्य में बदल गया है, जहां पर बलात्कारी शासन चला रहे हैं। सरकार बलात्कारियोंं का साथ दे रही। पीड़ितों के समर्थन में खड़े होने के बजाय ममता बनर्जी बलात्कारियों के समर्थन में खड़ी है।
पश्चिम बंगाल पुलिस ने सारी हदें पार की
Sandeshkhali Violence: बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पररोप लगाया। जाकर पश्चिम बंगाल पुलिस की आलोचना की। मालवीय ने लिखा कि पश्चिम बंगालन की पुलिस ममता बनर्जी को 'खुश' करने में लगी है। पश्चिम बंगाल पुलिस ने सभी हदें पार कर दी हैं। ममता बनर्जी को खुश करने के लिए हर नियम का उल्लंघन किया है। ममता बनर्जी ने अपनी राजनीति के लिए संदेशखाली में हिंदू महिलाओं के साथ बलात्कार और अत्याचार को रोकने के लिए कदम नहीं उठाया। बीजेपी पश्चिम बंगाल में महिलाओं को ममता बनर्जी के आपराधिक सिंडिकेट के लिए इस्तेमाल की सामान नहीं बनने देगी।
बीजेपी माहौल खराब कर रही: टीएमसी
तृणमूल कांग्रेस ने संदेशखली में माहौल खराब करने की कोशिश के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है। टीएमसी प्रवक्ता शशि पांजा ने कहा कि भाजपा का एकमात्र मकसद संदेशखली खाली जाते समय या उस स्थान के पास पहुंचते समय गुंडागर्दी करना था। वहां पथराव हुआ और लोग घायल हो गए। वे (भाजपा) कहते हैं कि महिलाओं का सम्मान किया जाना चाहिए। स्मृति ईरानी ने भड़काऊ भाषण । टीएमसी सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से किए गए हंगामे की निंदा करता है।