Sanjay Singh released:आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह 6 महीने बाद बुधवार 3 अप्रैल को तिहाड़ जेल से बाहर आ गए। जेल से बाहर आने के बाद वह अरविंद केजरीवाल की पत्नी से मिलने पहुंची। उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिए। इसके बाद वह AAP दफ्तर पहुंचे। यहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
एक दिन पहले ही मिल गया था बेल
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार (2 अप्रैल) को उन्हें दिल्ली शराब नीति मामले में जमानत दे दी थी। कानूनी प्रक्रिया के कारण कल रिहाई नहीं हो सकी। संजय सिंह को दिल्ली शराब नीति मामले में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं। जेल से बाहर आने के बाद संजय सिंह ने जेल गेट पर अपनी गाड़ी से निकलकर वहां खड़े लोगों से मुखातिब हुए।
यह संघर्ष का वक्त है: संजय सिंह
संजय सिंह ने जेल गेट पर खड़े लोगों से कहा कि यह जश्न मनाने का वक्त नहीं है। संघर्ष का वक्त है। हमारे नेता अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को अभी भी जेल के सलाखों के पीछे रखा गया है। मुझे पूरा विश्वास है कि जेल के ताले टूटेंगे और हमारे नेता बाहर आएंगे। इसके साथ ही संजय सिंह के आधिकारिक X अकाउंट से भी यही बातें पोस्ट की गई।
यह जश्न का नहीं, जंग का समय है. सभी देशभक्त कार्यकर्ता संघर्ष के लिए तैयार रहें. हमारे क्रांतिकारी साथी @ArvindKejriwal, @msisodia, और @SatyendarJain जेल में हैं. जेल के ताले टूटेंगे, हमारे साथी छूटेंगे!
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) April 3, 2024
अरविन्द केजरीवाल ज़िन्दाबाद!!!
आम आदमी पार्टी ज़िन्दाबाद!!!
पीएम मोदी पर साधा निशाना
इसके बाद संजय सिंह आम आदमी पार्टी (AAP) के दफ्तर पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने एक बार फिर से आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान वह पीएम मोदी सरकार पर भड़के। आप नेता ने कहा कि देश से तानाशाही सरकार हटाने का समय आ गया है। अगर कोई मुदकमा, मोहाली में लिखा जाएगा, झारखंड में लिखा जाएगा और वहां का दारोगा समन लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या अमित शाह के घर आ जाएगा तो क्या वह जांच में शामिल होंगे। क्या उन्हें कानून में कोई छूट है?
हम बंदर घुड़कियों से डरने वाले नहीं
संजय सिंह ने कहा कि देश के तानाशाह के कानों तक अगर मेरी आवाज पहुंच रही है, तो मैं यह कहना चाहूंगा कि हम लोग आंदोलन से निकले लोग हैं। बंदर घुड़कियों से डरने वाले नहीं हैं।देश के लिए काम करने वाले लोगों को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। हमारे नेताओं को गिरफ्तार करवाया जा रहा है। घरों पर छापे मारे जा रहे हैं। तानाशाही मचा दी गई है। प्रधानमंत्री मोदी सुन लें आप का एक एक कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल के साथ खड़ा है।
जेल से ही सरकार चलाएंगे केजरीवाल?
संजय सिंह ने कहा कि अब यह कहा जा रहा है कि सरकार कैसे चलेगी। जेल से ही सरकार चलेगी। जेन मैनुअल में लिखा है कि वहां से असिमित चिट्ठियां लिखी जा सकती हैं। सरकारी चिट्ठी अगर लिखनी है तो उसके लिए भी कोर्ट से इजाजत लेने का प्रावधान है। अब हमने सारे कानून पढ़ लिए हैं। लोकसभा में अपनी जिम्मेदारियों को लेकर कहा कि अभी तो मैं बाहर निकला हूं, पार्टी जो भी तय करेगी मैं वह करने के लिए तैयार हूं। मैं पार्टी का एक समर्पित कार्यकर्ता हूं।
जमानत के लिए कानूनी प्रक्रिया पूरी की गई
बुधवार को संजय सिंह की पत्नी अनिता सिंह जमानत की प्रक्रिया पूरी करने के लिए राउज एवेन्यू कोर्ट पहुंची थीं। अदालत ने 2 लाख रुपये के मुचलके और इतनी ही रकम की सिक्योरिटी पर जमानत दे दी। संजय सिंह की पत्नी ने 2 लाख रुपये का बॉन्ड भरा। इसके बाद रात करीब 8.15 बजे आप नेता तिहाड़ जेल से बाहर आ गए। जेल के बाहर भारी संख्या में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता संजय सिंह के स्वागत में खड़े नजर आए।
#WATCH | As soon as AAP MP Sanjay Singh walks out of Tihar Jail on bail, he says, "Jashn manane ka waqt nahi aya hai, sangharsh ka waqt hai'...Our party's senior leaders Arvind Kejriwal, Satyendar Jain and Manish Sisodia are being kept behind bars. I have confidence that the… pic.twitter.com/bIYrJzUC5i
— ANI (@ANI) April 3, 2024
जमानत के लिए रखी गई यह शर्तें
कोर्ट ने संजय सिंह की जमानत के लिए तीन शर्तें रखीं। पहली शर्त है कि- वह जेल से बाहर जाकर उत्पाद नीति मामले से जुड़ा कोई बयान नहीं देंगे। दूसरा शर्ती है कि उन्हें अपना पासपोर्ट सरेंडर करना होगा। तीसरी शर्त यह है कि अगर वह दिल्ली से बाहर जाते हैं तो जांच एजेंसी को सूचित करेंगे और अपनी लाइव लोकेशन साझा करेंगे।
क्या रही रिहाई में देर होने की वजह
जब संजय सिंह की रिहाई का आदेश जारी हुआ तो आप नेता अस्पताल में भर्ती थे। संजय को मंगलवार को लिवर संबंधी दिक्कतों के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 24 घंटे बाद यानी बुधवार दोपहर 12 बजे के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। इसके साथ ही अदालत के निर्देशों के मुताबिक, कागजी कार्रवाई को पूरा करने में देरी होने के कारण संजय सिंह के जेल से रिहा होने में एक दिन की देरी हुई।