Sarabjit Singh Murderer ameer Sarfaraz Shot Dead: पाकिस्तान की जेल में भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की हत्या करने वाले अंडरवर्ल्ड डॉन अमीर सरफराज तांबा की रविवार, 14 अप्रैल को अज्ञात हमलावरों ने लाहौर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड पर सरबजीत की बेटी स्वपनदीप कौर ने जेल में मेरे पिता की हत्या करने वालों में से एक मारा गया। यह उसके अपने कर्मों का फल है। लेकिन मुझे ये भी लगता है कि ये पाकिस्तानी सरकार की साजिश है।
सबूत मिटाने के लिए मर्डर कराया गया
स्वपनदीप कौर ने सरफराज की हत्या पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह न्याय नहीं है। यह सबूत मिटाने के लिए मर्डर कराया गया है। हो सकता है कि मारे गए शख्स को कुछ राज पता हों, जिन्हें पाकिस्तान की सरकार छुपाना चाहती हो। हम तो चाहते हैं कि पता लग सके कि मेरे पिता की हत्या क्यों की गई थी। उनकी हत्या के पीछे किन लोगों का हाथ था? उन्होंने आरोप लगाया कि पिता सरबजीत और उसके हत्यारे सरफराज की हत्या के पीछे पाकिस्तान सरकार का हाथ है।
स्वपनदीप ने कहा कि मेरे पिता की हत्या में तीन या चार लोग शामिल थे तो संभव है कि सरफरार की हत्या उस समय हुई साजिश को छिपाने की गई हो। लेकिन जो देश मानवाधिकारों में विश्वास नहीं करता उससे और क्या उम्मीद की जा सकती है।
कौन थे सरबजीत सिंह?
पेशे से किसान सरबजीत सिंह भारत-पाकिस्तान सीमा पर बसे तरनतारन जिले के भिखीविंड गांव के रहने वाले थे। 30 अगस्त 1990 को वह अनजाने में पाकिस्तान सीमा में दाखिल हो गए। जहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पाकिस्तान ने सरबजीत को भारत का जासूस बताया। 1990 में पाकिस्तान में कई बम विस्फोटों में कथित तौर पर शामिल होने का दोषी करार दिया गया। इसके तहत उन्हें मौत की सजा सुनाई गई।
सरबजीत की रिहाई के लिए उनकी बहन दलजीत कौर ने बड़े पैमाने पर अभियान चलाया। इस बीच 26 अप्रैल 2013 को लाहौर की कोट लखपत जेल में कैदियों ने उन पर हमला कर दिया। हमले में सरबजीत बुरी तरह घायल हो गए। एक मई को उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। अगले दिन उनकी मौत हो गई। सरबजीत की बहन दलजीत कौर जून 2022 में निधन हो गया। परिवार में उनकी दो बेटियां स्वपन दीप और पूनम हैं।
2018 में बरी हुआ था अमीर सरफराज तांबा
सरबजीत के हत्यारों में अमीर सरफराज तांबा एक था। उसे 2018 में एक अदालत ने सबूतों के अभाव में बरी कर दिया था। वह इस समय लाहौर में रहता था। रविवार को बाइक सवार अज्ञात हमलावरों ने इस्लामपुरा इलाके में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। अमीर सरफराज का जन्म 1979 में लाहौर में हुआ था। वह आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद का करीबी था। यहां पढ़िए पूरी खबर
रणदीप हुड्डा बोले- कर्मा इज बैक
सरबजीत पर बॉलीवुड ने फिल्म बनाई थी। जिसमें रणदीप हुड्डा ने सरबजीत और एश्वर्या राय ने उनकी बहन दलजीत कौर का किरदार निभाया था। रणदीप हुड्डा ने सरफराज की हत्या पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा कि कर्म, जो आप करते हैं वो लौटकर जरूर आता है। शुक्रिया अज्ञात हमलावर। मुझे अपनी बहन दलबीर कौर की याद आ रही है। पूनम और स्वपनदीप कौर को प्यार भेजता हूं। सरबजीत सिंह को कुछ तो इंसाफ मिला है।