Satta King: देश में इन दिनों बाजार में कई तरह का सट्टा चलन (Satta Trend) में है। जिसमें रोजाना लाखों खिलाड़ी अंकों पर दांव लगाकर किस्मत आजमाते हैं। लेकिन इसमें जीत की कोई गारंटी नहीं होती है। सट्टेबाजी में लगाए सारे पैसे एक झटके में डूब भी सकते हैं और अगर आपका लकी नंबर आया, तो 90 गुना तक प्रॉफिट (Satta King Prize Money) भी मिल सकता है। आइए जानते हैं भारत में कितने तरह के सट्टा संचालित हैं और इनमें कौन सबसे ज्यादा पसंदीदा है? 

खेलों पर सट्टेबाजी के गेम्म बने पहली पसंद
सट्टा बाजार में सबसे पसंदीदा सट्टा कौन सा है, इसका कोई निश्चित आंकड़ा नहीं है, लेकिन जब से खेलों पर सट्टेबाजी शुरू हुई है, तब से Dream 11 और My 11 Circle जैसी फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म्स को लेकर लोगों में खासा जुनून देखने को मिल रहा है। इन प्लेटफॉर्म्स पर खिलाड़ी अपनी टीम बनाकर मोटी रकम कमा सकते हैं, जिससे ये बेहद लोकप्रिय हो गए हैं। कुल मिलाकर, फिलहाल स्पोर्ट्स सट्टा सट्टेबाजों का सबसे पसंदीदा विकल्प बना हुआ है, क्योंकि इसमें अपने पसंदीदा खेल और खिलाड़ियों पर दांव लगाकर बड़े पुरस्कार जीतने का अवसर मिलता है।

अब सट्टा बाजार भी हुआ ऑनलाइन 
गौरतलब है कि मौजूदा डिजिटल युग से पहले कल्याण सट्टा और मटका सट्टा जैसे सट्टेबाजी गेम्स ऑफलाइन ही संचालित होते थे। आज भी ऑफलाइन सट्टेबाजी चलन में है, लेकिन वक्त से साथ बदलते डिजिटल दौर में खिलाड़ी ऑनलाइन मोड से दांव लगाने लगे हैं। इस गेम में किसी के जीतने-हारने की संभावना 1:99 होती है। 

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सट्टेबाजी में कौन है सबसे मशहूर?
सट्टा (Satta) और मटका खेल (Mataka Game) दुनियाभर में मशहूर होता जा रहा हैं। इसमें आपको किस्मत परखने और मोटी रकम जीतने के लिए पैसे लगाने होते हैं। कल्याण सट्टा मटका (Kalyan Matka Satta) है। मटका गेम खेलने के लिए इसकी एक विश्वसनीय वेबसाइट है। सट्टा मटका गॉड, कल्याण मटका या कल्याण सट्टा मटका वेबसाइट काफी चलन में हैं। यहां आपकी पसंद के मुताबिक, ऑप्शन चुनने और भुगतान के विकल्प मौजूद हैं। साथ ही यहां कई कैटेगरी पैनल, चार्ट की लंबी सीरीज उपलब्ध है।

देश में इन सट्टेबाजी गेम्स का है चलन
सट्टा किंग (Satta King) भारत में एक प्रसिद्ध और चर्चित सट्टा खेल है, जो राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और मध्य प्रदेश में काफी प्रचलित है। यह खेल एक नंबर आधारित सट्टा खेल है, जहां खिलाड़ी सही नंबर का अनुमान लगाकर बड़ी रकम जीतने की कोशिश करते हैं। हालांकि, यह खेल पूरी तरह से किस्मत पर निर्भर होता है और इसमें जीतने का कोई तय तरीका नहीं होता। बता दें कि फलौदी, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गली, दिसावर (Disawar Satta King) और साउथ दिल्ली का सट्टा बाजार भी देशभर में मशहूर है।

दिसावर सट्टा किंग की भी लोकप्रियता
दिसावर सट्टा किंग की शुरुआत उत्तर प्रदेश से हुई थी और यह दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में फैल गया है। दिसावर सट्टा किंग की लोकप्रियता का एक कारण इसका जल्दी परिणाम देना है, जिससे खिलाड़ी तुरंत जान सकते हैं कि वे जीते हैं या नहीं। इसके अलावा, इसमें बड़ी रकम जीतने का लालच भी इसे और आकर्षक बनाता है। हालांकि, यह खेल पूरी तरह से किस्मत पर निर्भर होता है और इसके साथ जुड़े कानूनी व आर्थिक जोखिम भी होते हैं।

सट्टा किंग (Satta King) का रिजल्ट कैसे पता चलता है?
इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, सट्टा मटका में खिलाड़ी विभिन्न ऑप्शन पर दांव लगा सकते हैं, जिनमें सिंगल-अंकीय संख्याएं, जोड़ी (संख्याओं की जोड़ी), पट्टी (तीन संख्याएं) और संख्याओं का कुल योग शामिल हैं। इसके रिजल्ट आमतौर पर दो भागों में शो होते हैं- ओपन रिजल्ट और क्लोज रिजल्ट। रिजल्ट में आने वाला स्पेशल नंबर तय वक्त पर निकाले जाते हैं और खिलाड़ी अपनी किस्मत जांचने के लिए बड़ी उत्सुकता से परिणाम का इंतजार करते हैं।

सट्टा खेल में कैसे होती है कमाई, कितना है जोखिम?
सट्टा गेम में पैसे लगाने के लिए खिलाड़ियों को एक छोटा फंड अलग रखना चाहिए। आपको हर दिन खेल में शामिल होने के लिए स्पेशल नंबर पर दांव लगाना होता है। यहां 10 रुपए लगाने पर आपको अधिकतम 900 रुपए की कमाई भी हो सकती है, लेकिन सट्टा किंग में पैसे लगाने में जोखिम भी 100% है। मान लीजिए खिलाड़ी ने किसी अंक या जोड़ी पर पैसे लगाए और वह ओपन या क्लोज रिजल्ट में नहीं आया तो उसके पूरे पैसे चले जाएंगे। अगर किस्मत ने साथ दिया तो 1 रुपए के 90 रुपए और 10 रुपए पर 900 रुपए की कमाई हो सकती है।

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देश में सट्टेबाजी गैर-कानूनी है?
भारत में सट्टा या जुआ खेलना और खिलाना दोनों ही गैर-कानूनी (Illegal) है। इसके बावजूद आजकल यह ऑनलाइन (Online) बड़े पैमाने पर संचालित हो रहा है। सट्टा खेलने में जोखिम ज्यादा होता है, लेकिन जल्दी आमीर बनने के लालच में लोग इसके जाल में फंसते चले जाते हैं। सट्टा खेलने वाले अमीर तो कम लेकिन रातों-रात गरीब जरूर हो सकते हैं।

(Disclaimer: देश में सट्टेबाजी गैर-कानूनी है। इसमें जीत-हार की कोई गारंटी नहीं होती है। सट्टा किंग में पैसे लगाना जोखिमों के अधीन है। ऐसे में किसी भी प्रकार के सट्टा या जुआ में रकम लगाने से पहले अपने विवेक का इस्तेमाल करें। उपरोक्त लेख केवल जानकारी के लिए है, हरिभूमि डिजिटल किसी भी प्रकार की सट्टेबाजी और हार-जीत के दावों को प्रमोट नहीं करता है)