Sheikh Hasina Asylum: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के राजनीतिक भविष्य पर सस्पेंस बरकरार है। इस बीच, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी से इस मुद्दे पर बातचीत की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मीडिया से बातचीत के दौरान इस बात की जानकारी दी। दोनों नेताओं के बीच बांग्लादेश और पश्चिम एशिया के हालात पर चर्चा हुई। हालांकि, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है कि शेख हसीना ब्रिटेन में राजनीतिक शरण (Political Asylum) लेने की योजना बना रही हैं या नहीं।
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के गठन की कवायद तेज
बांग्लादेश में मौजूदा राजनीतिक उथल-पुथल के बीच अंतरिम सरकार के गठन की कवायद तेज हो गई है। नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। इस बीच, शेख हसीना भारत में हैं। शेख हसीना के भविष्य को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, हसीना ब्रिटेन में ( Sheikh Hasina Asylum) लेने की योजना बना रही हैं, लेकिन उनका अगला कदम क्या होगा, इस बारे में कोई साफ तस्वीर नहीं मिल पा रही है।
#WATCH | Delhi: On asking about the discussion on Bangladesh between EAM Jaishankar and UK Foreign Secretary David Lammy, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, "External Affairs Minister had a conversation with the Foreign Secretary David Lammy just a few hours back. The two… pic.twitter.com/XUXcgfSgc6
— ANI (@ANI) August 8, 2024
भारत में शरण पर विदेश मंत्रालय ने दिया जवाब
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को शेख हसीना को भारत में शरण देने से जुड़े सवालों का जवाब दिया। विदेश मंत्रालय ने कहा- 'बांग्लादेश की जनता के हित हमारे लिए सर्वोपरि हैं। हमें बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों की जानकारी है। बांग्लादेशी हिंदुओं की स्थिति में सुधार के लिए हमने कई कदम उठाए गए हैं। जब तक बांग्लादेश में कानून व्यवस्था बहाल नहीं होती, हमारी चिंता बनी रहेगी। शेख हसीना कितने दिनों तक भारत में रहेंगी और वह कब तक यहां रहेंगी, इस बात पर विदेश मंत्रालय की ओर से भी कोई क्लियर जवाब नहीं दिया गया है।
#WATCH | Delhi: On attack on minorities in Bangladesh, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, "... This issue was addressed by the EAM in his suo moto statement. We are also monitoring the situation, about the status of the minorities. There are also reports that various… pic.twitter.com/RQdJyLaMVJ
— ANI (@ANI) August 8, 2024
'कर रहे बांग्लादेश में शांति बहाल करने की कोशिश'
जब रणधीर जायसवाल से पूछा गया कि क्या बांग्लादेश में भारतीय निवेश खतरे में है और अमेरिका या चीन भारत की बंगाल की खाड़ी में (Bay of Bengal) में पकड़ को कमजोर कर सकते हैं? इस पर उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के करीबी दोस्त के तौर पर हम ढाका में अधिकारियों से लगातार संपर्क में हैं। हमारी कोशिश है कि वहां जल्द से जल्द शांति और स्थिरता बहाल हो। दोनों देशों के आपसी हितों की रक्षा के लिए यह बेहद जरूरी है।
#WATCH | Delhi: On the situation in Bangladesh, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, "... There are 4 more assistant High Commissions other than the High Commission. We are in constant touch with them for their and our nationals' safety there. We expect that law and order will… pic.twitter.com/VcZt6mAGTy
— ANI (@ANI) August 8, 2024
बांग्लादेश से अब तक 19 हजार भारतीय छात्र लौटे
रणधीर जायसवाल ने कहा कि अब तक 19,000 भारतीय छात्र बांग्लादेश से लौट चुके हैं। बांग्लादेश में स्थिति बिगड़ने के बाद से ही वहां रह रहे प्रवासी भारतीयों के लिए चिंता जाहिर की जा रही थी। भारतीय नागरिकों ने वापस देश लौटने की बात कही। इसके बाद ढाका स्थित इंडियन हाई कमीशन एक्टिव हो गया। इसके बाद से ही भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वतन वापसी की कोशिशें शुरू हो गई। हमें उम्मीद है कि बांग्लादेश में सुरक्षा की स्थिति में और भी सुधार आएगा। वहां, रह रहे बाकी भारतीय नागरिक भी सुरक्षित देश लौट सकेंगे।
#WATCH | Delhi: On Bangladesh situation, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, "... The situation is evolving. It has been reported that this evening there will be a swearing-in of the interim government. Once, those things take place, I would like to emphasise one thing, for… pic.twitter.com/64mvS3NQRm
— ANI (@ANI) August 8, 2024
ब्रिटेन में रह रहे भारतीयों के लिए एडवाइजरी जारी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि ब्रिटेन में भड़की हिंसा पर भी विदेश मंत्रालय की नजर है। हम ब्रिटेन में रह भारतीयों की स्थिति पर बेहद करीब से नजर रख रहे हैं। वहां बिगड़ी कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए भारतीयों से सर्तकता बरतने की सलाह दी गई है। ब्रिटेन में रह रहे भारतीयों के लिए एक ट्रेवल एडवाइजरी भी जारी की गई है। भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।