Sharda Sinha Death: बिहार की स्वर कोकिला और पद्म पुरस्कार से सम्मानित मशहूर गायिका शारदा सिन्हा की 72 साल का उम्र में निधन हो गया। मंगलवार (5 नवंबर) की रात में उन्होंने दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली। एक दिन पहले सोमवार की शाम को ही शारदा सिन्हा की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया था। 

अंशुमन सिन्हा ने अपनी मां के ऑफिशियल इंस्टाग्राम पर निधन की पुष्टि की है। लिखा- आप सब की प्रार्थना और प्यार हमेशा मां के साथ रहेंगे। मां को छठी मईया ने अपने पास बुला लिया है। मां अब शारीरिक रूप में हम सब के बीच नहीं रहीं।

इस खबर ने देशभर में उनके चाहने वालों को झकझोर कर रख दिया है। शारदा सिन्हा के गाये छठ गीत इन दिनों हर तरफ बज रहे हैं और इस महापर्व के बीच में उनके देहांत की खबर से प्रशंसकों में मायूसी छा गई है। 

दिल्ली के एम्स में ली आखिरी सांस
बिहार की सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा ने दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली। 72 वर्षीय शारदा सिन्हा की तबीयत पिछले महीने ही बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती किया गया था। आइसीयू में उनका इलाज चल रहा था। इलाज के बाद उनकी तबीयत स्थिर हुई तो प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। इसके बाद परिवार समेत उन तमाम लोगों ने राहत की सांस ली थी जिनकी नजरें शारदा सिन्हा के हेल्थ अपडेट पर ही टिकी थीं।

सोमवार को बिगड़ी थी तबीयत
चार नवंबर सोमवार शाम में शारदा सिन्हा की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट करना पड़ था। उनके पुत्र अंशुमन लगातार हेल्थ अपडेट दे रहे थे. सोशल मीडिया पर आकर उन्होंने जानकारी दी थी कि इंफेक्शन की वजह से मां की तबीयत अधिक बिगड़ गयी और वेंटिलेटर पर उन्हें देना पड़ा. उनकी आंखें बंद हैं और अचेत अवस्था में हैं. जबकि सोमवार की सुबह जब उनके पुत्र अंशुमन ने अपनी मां से कुछ बात करने की कोशिश की तो शारदा सिन्हा की आंखों की पुतली में बेहद हल्की सी हरकत महसूस की गयी थी।

हाल में ही पति का हुआ था निधन
आपको बता दें कि शारदा सिन्हा के पति का निधन हाल में हुआ था। ब्रेन हैमरेज के कारण उनका देहांत हो गया था। इसी साल दोनों ने अपनी शादी की 54वीं सालगिरह भी मनायी थी। गौरतलब है कि शारदा सिन्हा लोकप्रिय गायिका थीं और अपने गाये छठ गीतों को लेकर बिहार में वो काफी प्रसिद्ध रही हैं। संगीत में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए उन्हें पद्म श्री और पद्म विभूषण सम्मान तक मिला है।

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