Smriti Irani on Menstrual Paid Leave Policy: क्या कामकाजी-नौकरीपेशा महिलाओं को पीरियड्स के लिए छुट्टी मिलनी चाहिए? यदि इसका जवाब ढूंढ रहे हैं तो आपको स्मृति ईरानी को जरूर सुनना चाहिए। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने महिला कर्मचारियों के लिए अनिवार्य मासिक धर्म अवकाश (Menstrual Paid Leave) पर विरोध जताया है। बुधवार को राज्यसभा में सांसद मनोज कुमार झा के एक सवाल का जवाब देते हुए ईरानी ने कहा कि मासिक धर्म लाइफ का एक नेचुरल पार्ट है। इसे दिव्यांगता या महिलाओं की कमजोरी के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।
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महिलाओं से बढ़ेगा भेदभाव
स्मृति ईरानी ने कहा कि मासिक धर्म की छुट्टी से महिलाओं के खिलाफ भेदभाव हो सकता है। हमें ऐसे मुद्दों का प्रस्ताव नहीं देना चाहिए, जहां महिलाओं को समान अवसरों से वंचित किया जाता है। कई लोग जो खुद कोई मासिक धर्म नहीं करते हैं, लेकिन इसे लेकर अलग सोच रखते हैं।
स्वच्छता को लेकर बन रही नेशनल पॉलिसी
स्मृति ईरानी ने जवाब देते हुए मासिक धर्म स्वच्छता के महत्व को स्वीकार किया। ईरानी ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा एक मसौदा राष्ट्रीय नीति तैयार करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस नीति का उद्देश्य पूरे देश में उचित मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन प्रथाओं के बारे में जागरूकता और पहुंच में सुधार करना है।
केंद्रीय मंत्री ने मौजूदा 'मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन को बढ़ावा देने (एमएचएम)' योजना की भी जानकारी दी। बताया कि 10 से 19 वर्ष की किशोर लड़कियों को जागरुक किया जा रहा है।
स्पेन में मिल रही छुट्टी
मासिक धर्म अवकाश हमेशा से वाद-विवाद का विषय रहा है। हाल ही में स्पेन ने माहवारी को सवैतनिक अवकाश के संबंध में कानून पारित किया है। ऐसा कदम यूरोप में पहली बार उठाया गया है। स्पेन के अलावा जापान और साउथ कोरिया में भी छुट्टठी मिलती है। लेकिन महिलाएं अप्लाई नहीं करती हैं।