PP Madhavan passed away: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के लंबे समय तक निजी सचिव रहे मलयाली मूल के पी.पी. माधवन का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। सोमवार, 16 दिसंबर को 71 साल की उम्र में दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) में उन्होंने आखिरी सांस ली। घर में गिरने के बाद उन्हें तुरंत एम्स में भर्ती कराया गया था, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
गांधी परिवार के बेहद करीबी थे पी.पी. माधवन
पी.पी. माधवन ने लगभग आधी सदी तक गांधी परिवार के साथ काम किया। उन्होंने 45 वर्षों तक सोनिया गांधी के निजी सचिव के रूप में अपनी सेवाएं दीं। उनके निधन से गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी ने एक समर्पित सदस्य खो दिया।
शोक में कांग्रेस नेतृत्व
माधवन की मृत्यु की सूचना मिलते ही प्रियंका गांधी और कांग्रेस संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल एम्स पहुंचे। पार्थिव शरीर को विशेष विमान से उनके जन्मस्थान, केरल के त्रिशूर जिले के ओल्लूर में लाया जाएगा। संभावना है कि राहुल गांधी भी उनके अंतिम संस्कार में शामिल हो सकते हैं।
माधवन की ईमानदारी ने दिलाई खास पहचान
पी.पी. माधवन ओल्लूर के थाइकट्टुश्शेरी के चेरीश्शेरी पट्टत्तु मनैक्कल परिवार से आते थे। उनकी ईमानदारी, निष्ठा और समर्पण ने उन्हें गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी में एक खास पहचान दिलाई। माधवन न केवल सोनिया गांधी के सचिव थे, बल्कि उनके विश्वासपात्र और सलाहकार भी थे। गांधी परिवार के लिए उनका योगदान अपार था, और उनके निधन से यह परिवार और पार्टी दोनों ही भावनात्मक रूप से आहत हुए हैं।