Hardeep Singh Puri: जॉर्ज सोरोस के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और कांग्रेस सांसद शशि थरूर के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। एक डिनर की मेजबानी और 15 साल पुराने ट्वीट को लेकर भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे पर निशाने साध रही है। थरूर के 15 साल पुराने सोशल मीडिया पोस्ट पर पहले बीजेपी ने निशाना साधा। इस पर थरूर ने सफाई देते हुए हरदीप सिंह पुरी का जिक्र कर दिया। अब इस मुद्दे पर हरदीप सिंह पुरी ने कांग्रेस सांसद पर पलटवार किया है। 

थरूर का दावा: ‘पुरी के घर पर हुई थी सोरोस से मुलाकात
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने 15 दिसंबर को चौंकाने वाला बयान दिया। कांग्रेस सांसद ने कहा कि जॉर्ज सोरोस से मेरी मुलाकात केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी के अमेरिका स्थित घर पर हुई थी। थरूर ने कहा कि यह एक सामाजिक मुलाकात थी और इसका कोई राजनीतिक अर्थ नहीं था। सोरोस मेरे सोशल सर्कल का हिस्सा थे। मैंने कभी भी सोरोस से एक रुपया तक नहीं लिया। 

हरदीप पुरी का पलटवार: ‘गेस्ट लिस्ट थरूर ने बनाई थी’
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने थरूर के इस बयान पर कहा कि  "मैं उस समय अमेरिका में भारत का राजदूत था। शशि थरूर यूपीए सरकार में मंत्री थे। गेस्ट लिस्ट खुद थरूर ने बनाई थी। पुरी ने यह भी कहा कि यह उनकी सोरोस से पहली और आखिरी मुलाकात थी।  पुरी ने थरूर पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अब समझ आता है कि वह सोरोस से क्यों मिलना चाहते थे।  

भाजपा बोली- कांग्रेस और सोरोस भारत विरोधी’
बता दें कि बीजेपी लगातार जॉर्ज साेरोस के मुद्दे पर कांग्रेस को घेर रही है। पार्टी ने दावा किया कि सोनिया गांधी FDL-AP नामक संगठन की सह-अध्यक्ष हैं, जिसे जॉर्ज सोरोस का फंड मिलता है। भाजपा ने कहा कि यह संगठन कश्मीर को भारत से अलग करने की वकालत करता है। इस पर बीजेपी ने कहा है कि कांग्रस पार्टी देश विरोधी ताकतों से मिली हुई है। 

विवादों से जुड़ा रहा है जॉर्ज सोरोस का नाम
जॉर्ज सोरोस का नाम भारत में हमेशा विवादों से जुड़ा रहा है। उनकी संस्था ‘ओपन सोसाइटी फाउंडेशन’ ने 1999 में भारत में दाखिल हुआ था। 2016 में भारत सरकार ने इस फाउंडेशन की फंडिंग पर रोक लगा दी। सोरोस ने CAA और धारा 370 जैसे मुद्दों पर भी विवादास्पद बयान दिए थे। सोरोस ने कहा था कि भारत हिंदू राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है।  

सोरोस पीएम मोदी के खिलाफ दे चुके हैं बयान
2023 में म्यूनिख सिक्योरिटी काउंसिल में सोरोस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि भारत लोकतांत्रिक है, लेकिन मोदी लोकतांत्रिक नेता नहीं हैं। उनके इन बयानों ने भाजपा को कांग्रेस पर हमले का मौका दे दिया।  कांग्रेस ने भाजपा के आरोपों को पूरी तरह खारिज किया। थरूर ने कहा कि 15 साल पुराने ट्वीट को आधार बनाकर फिजूल का विवाद खड़ा किया जा रहा है। उन्होंने इसे भाजपा की "ट्रोल फैक्ट्री" की साजिश बताया। कांग्रेस ने इसे जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश करार दिया।