Swami Vivekananda Jayanti: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (14 जनवरी) को स्वामी विवेकानंद की 163वीं जयंती पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “स्वामी विवेकानंद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। वह युवाओं को हमेशा प्रेरित करते रहे हैं। वह युवा दिमाग में जुनून और लक्ष्य को प्रज्वलित करते रहते हैं। हम भारत को मजबूत और विकसित बनाने के स्वामी विवेकानंद के सपने को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
युवाओं की शक्ति को समर्पित है आज का दिन
बता दें कि स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन युवाओं की शक्ति को समर्पित है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विवेकानंद के विचार भारत के युवाओं में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं। यह दिन युवाओं को उनके व्यक्तिगत विकास और समाज के प्रति उनके दायित्वों के लिए प्रेरित करता है। पीएम मोदी ने एक वीडियो क्लिप साझा कर कहा, "यह भारत की युवा शक्ति का दिन है, जिसे स्वामी विवेकानंद जैसे महान व्यक्तित्व ने नई ऊर्जा से भर दिया।"
युवाओं में टीम भावना और नवाचार जरूरी
वीडियो में पीएम मोदी ने विवेकानंद के दो महत्वपूर्ण संदेशों, संस्था और नवाचार पर जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा, “स्वामी विवेकानंद के दो संदेश हर भारतीय युवा का हिस्सा होने चाहि। ये दोनों संदेश संस्था और नवाचार हैं। संस्था तब बनती है जब हम अपने विचारों का विस्तार करते हैं और टीम भावना के साथ काम करते हैं। देश का हर एक युवा को अपनी निजी सफलता को टीम की सफलता में बदलें। यही टीम भावना भारत को विकसित बनने में मदद करेगी। भारत को लक्ष्य की ओर आगे ले जाएगी।”
विवेकानंद भारत के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत
पीएम मोदी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का जीवन और उनके विचार भारतीय युवाओं के लिए हमेशा प्रेरणा का स्रोत रहे हैं। उन्होंने कहा, "स्वामी विवेकानंद कहते थे कि भारत की आकांक्षाएं युवाओं के चरित्र, प्रतिबद्धता और बौद्धिकता पर निर्भर करती हैं।" प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं से आह्वान किया कि वह विवेकानंद के विचारों को आत्मसात करें और भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में अपनी भूमिका निभाएं।
स्वामी विवेकानंद के विचार युवाओं के लिए मार्गदर्शन
स्वामी विवेकानंद ने ब्रिटिश राज के दौरान अपने विचारों से भारत को नई दिशा दी थी। पीएम मोदी ने कहा कि विवेकानंद का जीवन इस बात का उदाहरण है कि कैसे एक युवा अपने चरित्र और सोच के बल पर पूरे समाज को बदल सकता है। उन्होंने कहा कि विवेकानंद का मार्गदर्शन भारत के युवाओं के लिए हमेशा प्रासंगिक रहेगा और यह उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगा।