Swati Maliwal assault case Update:आम आदमी पार्टी (AAP) की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से कथित मारपीट के मामले में नए खुलासे हो रहे हैं। स्वाति मालीवाल ने शनिवार की रात दावा किया कि 13 मई को उनके साथ हुई मारपीट की घटना से जुड़ा सीसीटीवी फुटेज गायब हो गया है। इसके बदले एडिटेड वीडियो रिलीज किए गए हैं। बता दें कि इस मामले में बिभव कुमार को शनिवार को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। शनिवार देर रात दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने बिभव कुमार को 5 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया। 

बिभव ने मुझे बेरहमी से पीटा उसका वीडियो एडिट किया गया
स्वाति मालीवाला ने अपने X अकाउंट पर लिखा कि पहले मुझे बिभव कुमार ने बेरहमी से पीटा। उसने मुझे थप्पड़ और लात मारे। जब मैंने अपने आप को छुड़ाया और बाहर निकल कर 112 को कॉल किया तो वह बाहर चला गया। इसके बाद उसने सिक्योरिटी गार्ड को बुला लिया और मेरा वीडियो बनाना शुरू कर दिया। मैं चीख-चीख कर बता रही थी कि मुझे बिभव ने बेरहमी से पीट है। वीडियो के इस लंबे हिस्से को एडिट कर दिया है।
इसमें से सिर्फ 50 सेकंड का वीडियो रिलीज किया गया है जब मैं सिक्योरिटी वालों को समझा-समझा कर खीज गई थी। अब उसने फोन फॉर्मेट कर पूरी वीडियो ही डिलीट कर दी। सीसीटीवी का फुटेज भी गायब है। साजिश की भी हद है। 

बिभव कुमार ने फोन का पासवर्ड नहीं दिया: दिल्ली पुलिस
स्वाति मालीवाल की यह प्रतिक्रिया दिल्ली पुलिस को बिभव कुमार की रिमांड मिलने के बाद आई है। बिभव कुमार को शनिवार देर राज दिल्ली तीस हजारी कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में दिल्ली पुलिस ने कहा कि बिभव कुमार ने अपने फोन का पासवर्ड नहीं बताया है। साथ ही कहा कि बिभव कुमार के फोन को मुंबई में फॉर्मेट किया गया था। पुलिस ने कहा कि फोन को फॉर्मेट करने से पहले मोबाइल का डेटा क्लोन किया जाता है।

बिभव कुमार को मुंबई ले जाने की जरूरत होगी: दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से कहा कि मोबाइल फोन से फाॅर्मेट किए गए डेटा को हासिल करने के लिए बिभव कुमार को मुंबई में ले जाना होगा। क्योंकि आरोपी की मौजूदगी के बिना उस डेटा को दोबारा हासिल नहीं किया जा सकता। साथ ही पुलिस ने कहा कि राज्यसभा सांसद से मारपीट करने के मामले में पूछताछ करने के लिए भी बिभव कुमार को पुलिस कस्टडी में लेने की जरूरत है।

APP अतुल श्रीवास्तव ने कोर्ट में क्या कहा?
एडिशनल पब्लिक प्रोसेक्यूटर(APP) अतुल श्रीवास्तव ने शनिवार देर रात दिल्ली तीस हजारी कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान पुलिस को बिभव कुमार की सात दिनों की रिमांड देने की मांग की। श्रीवास्तव ने कहा कि आरोपी को आज गिरफ्तार किया गया है। शिकायतकर्ता एक पब्लिक फिगर और AAP की सांसद है। उनके साथ बेरहमी से मारपीट की गई और उनके संवदेनशील अंगों पर हमले किए गए। हमने सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर मांगी थी। हमें एक पेन ड्राइव पर डीवीआर उपलब्ध कराया गया। हालांकि, पेन ड्रइव बिल्कुल खाली था। 

एपीपी ने काेर्ट से कहा कि आईफोन पुलिस को सौंप दिया गया है। हालांकि आरोपी अब फोन का पासवर्ड नहीं बता रहा है। इसके साथ ही फोन को फॉर्मेट भी किया जा चुका है। आरोपी का घटना के गवाहों के ऊपर भी प्रभाव है। इस मामले में फुटेज डिलीट कर दिया गया, फोन फॉर्मेट किया गया औरा आरोपी खुद घटनास्थल पर पहुंच गया। आराेपी को सेवा से बर्खास्त किया जा चुका है। यह सवाल है कि आरोपी मुख्यमंत्री आवास तक कैसे पहुंचा। एपीपी ने कहा कि हमें यह पता लगाना होगा कि आरोपी असामाजिक तत्वों से तो नहीं मिला हुआ है।

बिभव कुमार के वकील ने किन मुद्दों का उठाया
वहीं, दूसरी ओर  बिभव कुमार की ओर से पेश हुए वकील राजीव मोहन ने कहा कि मामला दर्ज करने में देरी की गई। जब घटना 13 तारीख को घटी और स्वाति मालीवाल इसकी शिकायत करने सिविल लाइन्स पुलिस स्टेशन भी पहुंची थीं, तो मामला इसके तीन दिन बाद क्यों दर्ज किया गया। इस मामले में स्वाति मालीवाल को मेडिकल कराने के लिए तुरंत अस्पताल क्यों नहीं ले जाया गया। इसके साथ ही वकील राजीव मोहन ने यह भी कहा कि आखिर स्वाति मालीवाल मुख्यमंत्री आवास पर किस मकसद से पहुंची थीं, इस बात को लेकर भी कोई स्पष्टिकरण नहीं दिया गया है।