Hinduja Family: स्विस कोर्ट ने भारतीय मूल के बिजनेस टाइकून प्रकाश हिंदुजा और उनके परिवार के तीन सदस्यों को घरेलू नौकरों के शोषण का दोषी करार दिया है। इस मामले में अदालत ने शुक्रवार को हिंदुजा परिवार के सदस्यों को करीब साढ़े चार साल की सजा सुनाई। न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, कोर्ट ने हिंदुआ और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ मानव तस्करी के गंभीर आरोपों को खारिज कर दिया।

कोर्ट ने नौकरों के शोषण के मामले में सुनाई सजा
प्रकाश हिंदुजा के अलावा उनकी पत्नी कमल, बेटे अजय और बहू नम्रता पर अपने नौकरों की तस्करी का आरोप था, जिनमें ज्यादातर कम पढ़े-लिखे भारतीय थे, जो स्विट्जरलैंड के जिनेवा शहर में झील के किनारे स्थित उनके विला में कार्यरत थे। इस मामले में 5वें आरोपी हिंदुजा परिवार के बिजनेस मैनेजर नजीब जियाजी को 18 महीने की सस्पेंडेड सजा सुनाई गई है। 

अदालत ने हिंदुजा बंधुओं को नौकरों के शोषण का दोषी माना
रिपोर्ट के मुताबिक, कोर्ट ने हिंदुजा बंधुओं को अपने सर्वेंट्स का शोषण करने और अनधिकृत रोजगार प्रदान करने का दोषी पाया। इसके अलावा परिवार पर अपने कर्मचारियों के पासपोर्ट जब्त करने, उन्हें स्विस फ्रैंक के बजाय भारतीय रुपयों में सैलरी देने, विला से बाहर नहीं जाने और स्विट्जरलैंड में लंबे समय तक काम करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया गया था।

अफसरों ने प्रकाश हिंदुजा से डायमंड और ज्वैलरी जब्त की

  • पिछले हफ्ते बताया गया था कि हिंदुजा ने वादी पक्ष के साथ एक अज्ञात समझौता कर लिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, वकीलों ने हिंदुजा परिवार के मानव तस्करी, शोषण और स्विस लेबर लॉ के उल्लंघन समेत कथित अवैध गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया था।
  • एपी की रिपोर्ट में कहा गया है कि स्विस अफसरों ने पहले ही प्रकाश हिंदुजा से डायमंड, ज्वैलरी, एक प्लैटिनम नेकलेस और अन्य संपत्ति जब्त कर ली है। अधिकारियों को शक है कि इनका इस्तेमाल कानूनी फीस और संभावित जुर्माने के भुगतान के लिए किया जा सकता है।

हिंदुजा की पत्नी ने डर का माहौल तैयार किया: वर्कर्स
वकीलों के मुताबिक, नौकरों को बहुत कम या बिना छुट्टी के साथ रोजना 18 घंटे काम करने के लिए मजबूर किया जाता था। इतना ही नहीं उनकी सैलरी स्विस कानून के तहत तय रकम के 10वें हिस्से से भी कम थी। वहीं, कर्मचारियों ने दावा किया कि उन्होंने बाद में रिसेप्शन के लिए काम किया और उन्हें विला के बेसमेंट में सोने के लिए कहा गया। नौकरों ने प्रकाश हिंदुजा की पत्नी कमल की देखरेख में खौफनाक माहौल का आरोप लगाया। कर्मचारी सिर्फ हिंदी में बात करते थे और उन्हें घरेलू बैंकों में इंडियन करेंसी में मेहनताना दिया जाता था। जहां तक ​​उनकी पहुंच नहीं थी।