Terrorist Attack in J&K: जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों का लेकर सिक्योरिटी एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) से सटे राजौरी, पुंछ, जम्मू और कठुआ में आतंकी गतिविधियों पर लगाम कसने के लिए सुरक्षाबलों ने चौकसी बढ़ा दी है। खुफिया एजेंसियों को एलओसी पर आतंकियों की घुसपैठ का भी इनपुट मिला है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में बीते 24 घंटे में दो आतंकी हमले हुए। मंगलवार रात पहला हमला कठुआ में हुआ। 

डोडा के गंदोह इलाके में मुठभेड़ शुरू
जम्मू-कश्मीर के डोडा के गंदोह इलाके में आतंकियों से मुठभेड़ शुरू हो गई है। कुछ ही घंटे बाद आतंकियों ने डोडा में सेना की एक चौकी पर हमला किया था।

डोडा और कठुआ में आतंकी हमले हुए
जानकारी के मुताबिक, कठुआ में घायल दो जवानों में से एक बुधवार सुबह शहीद हो गया। यहां हुए एनकाउंटर के दौरान सुरक्षाबलों ने दो आतंकी को मार गिराया। एक आतंकी का शव मंगलवार को ही मिल गया था, वहीं दूसरे दहशतगर्द का शव बुधवार, 12 जून को बरामद किया गया। मारे गए दूसरे आतंकी के बैग से सभी पाकिस्तानी चीजें मिली हैं। दूसरी ओर, जम्मू क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आनंद जैन ने बुधवार सुबह बताया कि डोडा के पहाड़ी इलाकों में मुठभेड़ जारी है। यहां आतंकियों के हमले में जवान समेत 6 लोग घायल हुए हैं। 

आतंकियों ने रियासी में बस पर किया था हमला
बता दें कि पिछले रविवार को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में वैष्णो देवी से लौट रहे श्रद्धालुओं की बस पर आतंकी हमला हुआ। इस हमले को अंजाम देने में लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर अबू हमजा का हाथ था। रियासी में आतंकियों ने घात लगाकर तीर्थयात्रियों की बस को निशाना बनाया था। गोलीबारी में ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया, जिससे बस खाई में जा गिरी थी। इसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी और 41 लोग घायल हुए थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन The Resistance Front (TRF) ने ली है। 

आतंकी हमले के बाद घाटी में हाईअलर्ट जारी
सुरक्षाबलों ने जम्मू और राजौरी जिले में हाईअलर्ट जारी किया है और आतंकवादी हमले के बाद से ही सर्च ऑपरेशन जारी है। उधमपुर-रियासी रेंज के डीआईजी रईस मोहम्मद भट ने कहा कि सुरक्षाबलों को कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं। जांच आगे बढ़ाई जा रही है। पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की 11 टीमें श्रद्धालुओं पर अटैक करने वाले आतंकियों की तलाश में जुटी हैं। डोडा, कठुआ और रियासी में हुई घटनाओं को देखकर लग रहा है कि आतंकवादी समूह फिर से सक्रिय हो रहे हैं।

आतंकी घटनाओं पर विदेश मंत्रालय क्या बोला?
विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने कहा- "जहां तक ​​आतंकवाद का मुद्दा है और भारत जिस सीमा पार आतंकवाद का सामना कर रहा है, उसकी प्रकृति का सवाल है, मुझे यकीन है कि ऐसी घटनाओं से आमतौर पर जो चुनौतियां पैदा होती हैं। इलाके में शांति और स्थिरता के लिए इसे द्विपक्षीय चर्चा के एजेंडे के आधार पर जब भी जरूरत होगी, वे प्रधानमंत्री की द्विपक्षीय वार्ता में शामिल होंगे।"