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Tirupati Laddu Tender: सूत्रों के अनुसार तिरुपति लड्डू के लिए घी आपूर्ति में कॉन्ट्रैक्ट के नियमों का उल्लंघन हुआ। TTD ने घी के नमूनाें की जांच नहीं कराई।

Tirupati Laddu Tender: तिरुपति लड्डू के घी विवाद ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। सूत्रों के अनुसार, अनुबंध के नियमों का उल्लंघन हुआ और घी का परीक्षण नहीं किया गया। अनुबंध की शर्तों के अनुसार, हर खेप के लिए NABL प्रमाणपत्र देना अनिवार्य है, लेकिन यह प्रमाणपत्र नहीं दिया गया। साथ ही, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने घी के नमूने की लैब जांच नहीं कराई, जिससे सवाल उठ रहे हैं कि घी की गुणवत्ता की निगरानी में ऐसी चूक कैसे हुई।

घी में एनिमल फैट के इस्तेमाल का आरोप
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया कि पिछले सरकार ने तिरुपति लड्डू में पशु वसा और घटिया सामग्री का उपयोग किया। नायडू के मुताबिक, YS जगन मोहन रेड्डी की सरकार ने मंदिर की पवित्रता से खिलवाड़ किया। इस आरोप के बाद लड्डू में गुणवत्ता को लेकर सवाल उठने लगे हैं, जिससे मंदिर की प्रतिष्ठा पर असर पड़ा है।

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रिपोर्ट में 'एनिमल फैट' और मछली के तेल का जिक्र
टीडीपी ने कथित प्रयोगशाला रिपोर्ट दिखाते हुए दावा किया कि घी के नमूने में "पशु वसा", "लार्ड" (सूअर की चर्बी) और मछली का तेल पाया गया। जुलाई 2024 में लिए गए नमूनों में यह परीक्षण किया गया था। रिपोर्ट में यह भी सवाल उठाया गया है कि अनुबंधित कंपनी ने NABL प्रमाणपत्र क्यों नहीं दिया और TTD ने क्यों नहीं भेजे गए नमूनों की उचित जांच की?

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क्या यह अनदेखी या जानबूझकर दी गई छूट थी?
रिपोर्ट के बाद यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या अनुबंधित कंपनी को जानबूझकर छूट दी गई थी, या यह सिर्फ एक प्रशासनिक चूक थी। अनुबंध के अनुसार, हर खेप की जांच और NABL प्रमाणपत्र जरूरी था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यह भी स्पष्ट नहीं है कि TTD ने अगस्त 2023 से जुलाई 2024 के बीच आए नमूनों की जांच क्यों नहीं कराई।

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सस्ते घी से लड्डू की गुणवत्ता हुई प्रभावित
चंद्रबाबू नायडू ने एक सार्वजनिक बैठक में कहा कि पिछले सरकार ने सस्ते घी की खरीद की, जिससे लड्डू की गुणवत्ता गिर गई। उन्होंने कहा, "हमने अब घी सप्लायर बदल दिया है और कर्नाटक से नंदिनी ब्रांड का घी खरीदना शुरू कर दिया है।" उन्होंने यह भी कहा कि लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं और उन्हें न्याय मिलना चाहिए।

TTD ने दी सफाई, ब्लैकलिस्ट की प्रक्रिया शुरू
TTD के कार्यकारी अधिकारी (EO) जेएस राव ने कहा कि सभी चार नमूनों की रिपोर्ट में एक जैसे परिणाम आए हैं। इसीलिए कंपनी की सप्लाई रोक दी गई है और ब्लैकलिस्ट की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। साथ ही कानूनी प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी ताकि घी की गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके।

घी सप्लायर का दावा: सभी परीक्षण पास किए
AR डेयरी प्रोडक्ट्स, जिसने घी की सप्लाई की थी, ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने घी की खेप भेजने से पहले सभी जरूरी परीक्षण पास किए थे। कंपनी का दावा है कि उन्होंने NABL लैब से प्रमाणित घी की ही सप्लाई की और आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। 

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