Tirupati Prasad controversy : तिरुपति मंदिर में प्रसाद विवाद को लेकर आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम जगन रेड्डी ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में मंदिर के प्रसाद को लेकर झूठ फैलाने के लिए नायडू को फटकार लगाने की मांग की है। जगन रेड्डी ने नायडू को आतदन झूठा बताया है। उन्होंने कहा कि नायडू ने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए करोड़ों लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाई है।
जगन रेड्डी ने श्री वेंकटेश्वर स्वामी के अति-समृद्ध मंदिर के संरक्षक तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) में घी स्वीकार करने की प्रक्रिया का विवरण देते हुए आठ पन्नों के पत्र में आरोप लगाया। कहा कि नायडू के कामों ने न केवल सीएम के कद को गिराया है, बल्कि सार्वजनिक जीवन में टीटीडी की पवित्रता और इसकी प्रथाओं को भी गिराने का काम किया है।
पूरा देश आपकी ओर देख रहा है : जगन
पीएम मोदी को भेजे पत्र में जमग ने लिखा, 'सर, पूरा देश इस महत्वपूर्ण मोड़ पर आपकी ओर देख रहा है। यह बहुत जरूरी है कि झूठ फैलाने के उनके बेशर्म कृत्य के लिए नायडू को कड़ी फटकार लगाई जाए और सच्चाई को सामने लाया जाए। सर, इससे करोड़ों हिंदू भक्तों के मन में नायडू द्वारा पैदा किए गए संदेह को दूर करने और टीटीडी की पवित्रता में उनके विश्वास को बहाल करने में मदद मिलेगी।'
जगन रेड्डी ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा कि कथित रूप से मिलावटी घी को अस्वीकार कर दिया गया था और टीटीडी के परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई थी। हालांकि, नायडू ने दुर्भावनापूर्ण इरादे से 18 सितंबर को एक राजनीतिक पार्टी की बैठक में इस मुद्दे को उठाया है।
नायडू ने लगाया था आरोप
बता दें कि कुछ दिनों पहले एनडीए विधायक दल की बैठक के दौरान, टीडीपी सुप्रीमो ने दावा किया था कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार ने श्री वेंकटेश्वर मंदिर को भी नहीं छोड़ा और लड्डू बनाने के लिए घटिया सामग्री और पशु वसा का इस्तेमाल किया।
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