TMC MP Quit: तृणमूल कांग्रेस (TMC) के राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एक ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर की घटना के बाद ममता बनर्जी सरकार के रवैये के विरोध में यह कदम उठाया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लिखे एक पत्र में जवाहर सरकार ने पार्टी के भीतर कुछ लोगों के भ्रष्टाचार और दबंगई पर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा कि लंबे सोच-विचार के बाद उन्होंने सांसद पद से इस्तीफा देने और राजनीति से पूरी तरह से दूर होने का फैसला लिया है।
ममता बनर्जी को लिखे पत्र में जवाहर ने क्या कहा?
जवाहर सरकार ने लेटर में कहा कि 69/70 साल की उम्र में कोई भी व्यक्ति किसी पद की आकांक्षा से राजनीति में नहीं आता। उनका मकसद केवल संसद में मोदी सरकार और भाजपा की तानाशाही और सांप्रदायिक राजनीति का विरोध करना था। उन्होंने बताया कि संसद में उन्होंने कई बहसों में हिस्सा लिया, जिसका रिकॉर्ड संसद टीवी और यूट्यूब पर उपलब्ध है।
पूर्व शिक्षा मंत्री के भ्रष्टाचार को लेकर जताई निराशा
जवाहर सरकार ने राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री के भ्रष्टाचार को लेकर निराशा जताई। उन्होंने कहा कि जब 2022 में शिक्षा मंत्री के भ्रष्टाचार के सबूत सामने आए, तो उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा था कि पार्टी को इस मुद्दे पर सक्रिय होना चाहिए। इसके बावजूद पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने उनका विरोध किया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी से उम्मीद थी कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगी, इसलिए उन्होंने उस वक्त इस्तीफा नहीं दिया था।
नगर पालिका मेंबर लग्जरी कारों में चलते हैं: सरकार
- जवाहर सरकार ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल में पंचायत और नगर पालिका के कई सदस्य लग्जरी कारों का इस्तेमाल करते हैं, जबकि वह खुद एक साधारण फ्लैट में रहते हैं और पुरानी कार चलाते हैं। उन्होंने राज्य में भ्रष्टाचार और अवैध संपत्ति हासिल करने वाले अधिकारियों पर भी सवाल उठाए।
- इस बीच TMC नेता कुणाल घोष ने जवाहर सरकार के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पार्टी ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में एकजुट होकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि जवाहर सरकार का निर्णय उनका निजी फैसला है और पार्टी की शीर्ष नेतृत्व इसे ध्यान में रखेगी।