IAS pooja Khedkar Case: विवादों में घिरी ट्रेनी IAS अफसर पूजा खेड़कर के विकलांगता सर्टिफिकेट को लेकर नए तथ्य सामने आए हैं। यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल (YCM) अस्पताल की आंतरिक जांच में पाया गया है कि सर्टिफिकेट जारी करने में कोई गड़बड़ी नहीं हुई। अस्पताल ने पुष्टि की है कि पूजा को 7% लोकोमोटर विकलांगता सर्टिफिकेट के 2022 में जारी किया गया। इसमें किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं पाई गई है। यह सर्टिफिकेट विकलांगता से संबंधित सरकारी नियमों के अनुसार जारी किया गया था।
LBSNAA में नहीं पहुंची पूजा खेड़कर
मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) में पूजा को 23 जुलाई तक पहुंचना था, लेकिन वे नहीं पहुंचीं। पूजा का मोबाइल फोन भी बंद है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पूजा ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया है। पुणे पुलिस ने बताया कि उनके पास पूजा की कोई जानकारी नहीं है और उनका फोन भी बंद है।
माता-पिता के तलाक की जांच होगी
पूजा खेड़कर पर आरोप है कि उसने ओबीसी गैर-क्रीमी लेयर कोटा का फायदा उठाने के लिए अपने माता-पिता के तलाक की जानकारी छुपाई। पूजा का कहना है कि उसके माता-पिता का तलाक हो चुका है, जिससे वह ओबीसी गैर-क्रीमी लेयर के अंतर्गत आती है। इस मुद्दे पर केंद्र ने जांच के आदेश दिए हैं। पुणे पुलिस को निर्देशित किया गया है कि वह पुष्टि करे कि क्या पूजा के माता-पिता वास्तव में तलाकशुदा हैं। यह जांच इस बात की भी पड़ताल करेगी कि क्या पूजा ने सही तरीके से ओबीसी कोटा का लाभ उठाया था।
UPSC ने धोखाधड़ी के आरोप में FIR दर्ज कराई
UPSC ने पूजा खेडकर के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में FIR दर्ज कराई है। UPSC का आरोप है कि पूजा ने अपनी पहचान बदलकर सिविल सेवा परीक्षा में निर्धारित सीमा से अधिक बार उपस्थित हुईं। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है। पूजा खेडकर पर ओबीसी नॉन-क्रीमी लेयर कोटा का लाभ उठाने का भी आरोप है। पूजा के पिता दिलीप खेडकर एक सेवानिवृत्त IAS अधिकारी हैं और उन्होंने चुनाव भी लड़ा था। पूजा ने अपने परिवार की संपत्ति 8 लाख रुपए से कम बताई थी, जबकि उनके पिता की संपत्ति 40 करोड़ रुपए है। अब इसकी भी जांच जारी है।
पूजा खेड़कर के विकलांगता सर्टिफिकेट में क्या थी गड़बड़ी:
विकलांगता प्रमाण पत्र में पूजा खेडकर का पता 'प्लॉट नं. 53, देहू आलंदी रोड, तळवडे, पिंपरी चिंचवड, पुणे' लिखा था, जबकि इस पते पर कोई घर नहीं बल्कि एक फैक्ट्री है। सरकारी नियमों के अनुसार विकलांगता प्रमाण पत्र के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है, लेकिन पूजा के प्रमाण पत्र में राशन कार्ड संलग्न था। UPSC में विकलांगता कोटा से चयनित होने के बाद पूजा के कई विकलांगता प्रमाण पत्र सामने आए। दिल्ली में मेडिकल जांच के लिए कई नियुक्तियां लेने के बाद उन्होंने निजी अस्पताल की रिपोर्ट UPSC को सौंपी।