Almora Bus Accident: उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में  सोमवार (4 नवम्बर ) को एक दर्दनाक हादसा हो गया। अल्मोड़ा जिले के मर्चुला क्षेत्र में एक बस गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में 36 यात्रियों की मौत हो गई और 19 लोग घायल हो गए। प्रशासन और SDRF की टीम ने सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू। CM पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर दुख जताया है। मुख्यमंत्री धामी ने मृतकों के परिवार के लिए 4 लाख रुपए और घायलों के परिजनों को एक-एक लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है।

पीएम मोदी ने घटना पर शोक व्यक्त किया
अल्मोड़ा में हुए हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने कहा कि हादसे में अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। इसके साथ ही पीएम मोदी ने सभी घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में सक्रिय रूप से जुटा हुआ है। इस दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी, वहीं घायलों को 50,000 रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी।

हादसे की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश
कुमाऊं मंडल के आयुक्त दीपक रावत ने बताया कि हादसे की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया गया है। राज्य सरकार ने आश्वासन दिया है कि दुर्घटना के कारणों की गहराई से जांच की जाएगी। जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हादसा इतना जोरदार था कि कुछ लोग बस से बाहर आ गिरे। जहां 29 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया वहीं, 9 लोगों की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।

किनाथ से रामनगर जा रही थी बस
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह बस किनाथ क्षेत्र से यात्रियों को लेकर निकली थी और रामनगर की ओर जा रही थी। यह बस 'यूजर्स कंपनी' की बताई जा रही है और सारद बैंड के पास गहरी खाई में गिर गई। इस दुर्घटना में बस में सवार कई लोगों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है, और मौत का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है।

सीएम ने ARTO को किया सस्पेंड
हादसे के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए परिवहन विभाग के एआरटीओ को निलंबित कर दिया और जांच के आदेश दिए हैं। गड़वाल मोटर्स ओनर्स यूनियन लिमिटेड ने कहा कि इस बस की हालत बहुत खराब थी। प्रारंभिक जांच में पता चला कि बस काफी जर्जर अवस्था में थी, जिसकी वजह से यह हादसे का शिकार हुई।

55 से ज्यादा यात्री थे बस में सवार
दुर्घटना के 42 सीटों वाली बस में करीब 55 यात्री सवार थे। हादसे के बाद कुछ यात्री अपनी जान बचाने के लिए बस से खुद बाहर निकल आए, जबकि कुछ को बाहर निकालना मुश्किल हो रहा था। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पुलिस और एसडीआरएफ टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की।

CM धामी ने दिए राहत कार्य के निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है और जिला प्रशासन को तत्काल राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रभावित यात्रियों को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाने और जरूरत पड़ने पर गंभीर रूप से घायल यात्रियों को एयरलिफ्ट करने के निर्देश भी दिए हैं। 

छुट्टियों के बाद पहला वर्किंग डे होने की वजह से बस में भीड़ थी
हादसे के दौरान बस में ज्यादातर स्थानीय लोग सवार थे। दिवाली की छुट्टियों के बाद पहला वर्किंग डे होने के कारण बस में भीड़ ज्यादा थी। घटना के वक्त बस कूपी के पास बेकाबू होकर खाई में गिर गई। क्षेत्र में इस दर्दनाक हादसे से मातम छा गया। बस नदी से करीब 10 फिट ऊपर एक पेड़ में अटग गई। ऐसे में बस में सवार लोग नीचे पत्थरों पर आ गिरे।

घायलों का इलाज जारी, एम्स से विशेषज्ञ टीम पहुंची
घायलों को रामनगर अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां से गंभीर रूप से घायल लोगों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से हल्द्वानी शिफ्ट किया जा रहा है। एम्स से एक विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम भी हेलीकॉप्टर के जरिए रामनगर भेजी गई है ताकि घायलों का बेहतर इलाज हो सके। कुछ घायलों को ऋषिकेश एम्स भी भेजा गया।

दिल्ली से अल्मोड़ा रवाना हुए सीएम धामी
हादसे की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री धामी दिल्ली में हो रही बीजेपी की एक बैठक को छोड़कर अल्मोड़ा के लिए रवाना हो गए। सांसद अनिल बलूनी भी उनके साथ मौजूद हैं। अल्मोड़ा एसपी और नैनीताल से पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। 

SDRF और NDRF टीम राहत कार्य में जुटी
राहत और बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। स्थानीय प्रशासन भी मौके पर राहत कार्यों में जुटा है। इस हादसे में अब तक 36 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं और बाकी यात्रियों को सुरक्षित निकालने की कोशिश जारी है। दुर्घटना की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त एम्बुलेंस और टीमों को भी मौके पर भेजा गया है।