Vadodara boat capsizing Accident: गुजरात के वडोदरा में गुरुवारा दोपहर बड़ा हादसा हो गया। हरणी लेक में एक नाव पलट गई। इस हादसे में नाव पर सवार 12 बच्चों और दो शिक्षकों की मौत हो गई। वहीं, नाव पर सवार 13 लोगों को बचा लिया गया। दुर्घटना उस समय घटी जब वडोदरा के न्यू सनराइज स्कूल के बच्चे झील घूमने गए थे और बोटिंग कर रहे थे।

हादसे में इन बच्चों की गई जान
हादसे में जिन बच्चों की मौत हुई है उनमें रोशनी सुर्वे, नैनसी, सकीना शेख, हतवी शाह, सूबेदार,  मुहम्मद शेख, रेहान खलीफा, अयान मोहम्मद, निजाम,जुहबिया, खलीफा और आयशा शामिल हैं। जिन दो शिक्षकों की मौत हुई है उनकी पहचान फाल्गुनी सुरति और छाया पटेल के तौर पर की गई है। पहले हादसे में 13 बच्चों की मौत होने की जानकारी सामने आई थी। हालांकि, देर रात गुजरात के गृह मंत्री हर्ष मंत्री ने मृतकों के आंकड़ों की पुष्टि की। संघवी ने कहा कि हादसे में 12 बच्चों की जान गई है।

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने अस्पताल पहुंचकर नाव हादसे के शिकार लोगों का हालचाल जाना।

राज्य सरकार ने की मुआवजे की घोषणा
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र  पटेल ने देर शाम मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा सीएम भूपेन्द्र पटेल ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर कहा कि हरणी लेक हादसे के शिकार हुए लोगों का बचाव और उपचार जारी है। राज्य सरकार इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को 4 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए का मुआवजा देगी। 

सेल्फी लेने की कोशिश कर रहे थे बच्चे
ऐसा बताया जा रहा है कि नाव पर सवार बच्चे सेल्फी लेने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान बच्चे नाव के बिल्कुल किनारे पर पहुंच गए। ऐसा होते हुए नाव का संतुलन बिगड़ गया और यह पलट गई। वडोदरा के जिला शिक्षा अधिकारी राकेश व्यास ने बतिाया कि शुरुआती जानकारी के मुताबिक, स्कूल ने झील घूमने के लिए अनुमति नहीं ली थी। 

नाव डूबने की सूचना मिलते ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया।

हादसे के वक्त बच्चों ने नहीं पहन रखा था लाइफ जैकेट
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जब हादसा हुआ तो किसी बच्चे ने भी लाइफ जैकेट नहीं पहना था। इसी वजह से नाव पलटने पर इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की मौत हुई। हालांकि, नाव के पलटते ही तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। झील में डूब रहे बच्चों को एक दूसरी नाव की मदद से किनारे तक लाया गया। इसके बाद रस्सी की मदद से नाव को खींच कर झील के किनारे लगाया गया। 

बोट पर सवार थे जरूरत से ज्यादा लोग
वडोदरा के कलेक्टर एबी गौर ने बताया कि बोट में जरूरत से ज्यादा लोग सवार थे। सिर्फ 16 सवारियों को ले जाने की क्षमता वाली बोट पर 27 लोग सवार थे। हादसे के बाद बचाए गए शिक्षकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बच्चों के पेरेंट्स ने बताया कि सभी बच्चे गुरुवार सुबह 8 बजे अपने घर से निकले थे। स्कूल की ओर से बच्चों को हरणी वाटर पार्क और झील पर पिकनिक मनाने के लिए ले जाया गया था। 

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घटना पर शोक प्रकट किया
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने इस घटना पर शोक प्रकट किया। भूपेन्द्र पटेल  ने कहा कि हरणी झील में बच्चों के हादसे का शिकार होने की घटना दिल दहला देने वाली हैं। मैं इस घटना में जान गंवानों वाले बच्चों की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। सभी मृतकों के परिवार के प्रति मेरी गहरी संवदेनाएं। भगवान सभी मृतकों के परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करे। इस बीच मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मृतकों के परिजनों से मुलाकात करने के लिए वडोदरा पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने कलेक्टर से पूरे मामले की जानकारी ली। 

प्रधानमंत्री मोदी ने की मुआवजे की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर शोक जताया। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि मैं वडोदरा की हरणी झील में बोट डूबने की घटना से निराश हूं।  मैं दुख की इस घड़ी में शोक में डूबे परिवारों के साथ हूं। उम्मीद करता हूं कि इस हादसे में घायल लोग जल्द रिकवर होंगे। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की हर संभव मदद कर रहा है। प्रधानमंत्री राहत कोष से सभी मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए का मुआवाजा दिया जाएगा।