Vikas Yadav Mother:अमेरिकी खुफिया एजेंसी FBI की ओर से वांटेड घोषित किए जा चुके विकास यादव पर लगे आरोपों का उसके परिवार ने खंडन किया है। विकास यादव पर अमेरिका में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप है। विकास के परिवार का कहना कि अमेरिकी सरकार इस मामले में सच नहीं बोल रही है।

विकास यादव की मां ने किया बेटे का बचाव
विकास यादव पूर्व सरकारी आफसर हैं। हाल ही में खालिस्तानी आतंकी पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप में अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने विकास यादव पर आरोप तय किए हैं। इस बारे में पूछे जाने पर विकास यादव की मां सुदेश यादव ने कहा कि मैं इस बारे क्या कह सकती हूं कि अमेरिकी सरकार सच कह रही है या नहीं। मेरा बेटा हमेशा से देश के लिए काम कर रहा है। 

हरियाणा के प्राणपुरा गांव में रहता है परिवार
बता दें कि यादव का परिवार दिल्ली से करीब 100 किलोमीटर दूर हरियाणा के प्राणपुरा गांव में रहता है। विकास यादव के परिवार के दूसरे सदस्यों ने भी उस पर लगे आरोपों का खंडन किया। रॉयटर्स न्यूज एजेंसी से बातचीत में विकास यादव के एक चचेरे भाई ने कहा कि हमारा परिवार अभी भी गांव में एक छोटे से घर में रह रहा है। क्या आपको यहां पर कोई ऑडी या मर्सिडीज खड़ी दिख रही है। 

परिवार ने किया संपत्ति के दावे का खंडन
परिवार के दूसरे सदस्यों ने भी आरोपों को नकारते हुए कहा कि हमारे पास इतना पैसा नहीं है कि इस तरह की साजिश में शामिल हो सकें। यादव के एक रिश्तेदार ने कहा, "हमारे गांव में एक साधारण घर है। यहां कोई बड़ी गाड़ी या संपत्ति नहीं है।" उनका कहना है कि मीडिया में जो बातें हो रही हैं, वे पूरी तरह गलत हैं। 

अमेरिकी अधिकारियों ने लगाए हैं गंभीर आरोप
अमेरिकी न्याय विभाग ने विकास यादव पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। अमेरिकी अफसरों का कहना है कि विकास यादव ने खालिस्तानी आतंकी पन्नू का मर्डर करवाने के लिए एक शख्स को रुपए ऑफर किए। हालांकि, वह शख्स सीक्रेट सर्विस का एजेंट निकला और विकास यादव की साजिश नाकाम हो गई। इन आरोपों पर विकास यादव के परिवार और गांव के लोग हैरानी जाहिर कर रहे हैं। 

गांव के लोग भी हैं असमंजस में
विकास यादव के रिश्तेदारों ने कहा कि हमें विकास के नौकरी और इस मामले के बारे में कोई जानकारी नहीं है। गांव वालों का कहना है कि उन्हें अब भी लग रहा था कि विकास अब भी सीआरपीएफ में काम कर रहा है। गांव वालों का कहना है कि उन्हें कोई जानकारी नहीं कि विकास यादव ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल है। 

अमेरिका कर रहा प्रत्यर्पण की मांग
अमेरिकी अधिकारी यह भी दावा कर रहे हैं कि विकाश यादव अभी भी भारत में हैं और उनका प्रत्यर्पण करने की कोशिश की जा रही है। भारत सरकार की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं आई है। परिवार और गांव के लोग इस पूरी स्थिति को लेकर चिंतित हैं और सच जानने का इंतजार कर रहे हैं।