Zelenskyy on Modi Ukraine visit: यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कीव यात्रा को दोस्ताना प्रतीकात्मक बताया। यह यात्रा यूक्रेन के स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले हुई। जेलेंस्की ने इस यात्रा को यूक्रेन-भारत संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ बताया। दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
स्वास्थ्य, कृषि में समझौतों पर हुए हस्ताक्षर (India Ukraine Bilateral Agreements)
प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा के दौरान दोनों देशों ने स्वास्थ्य, कृषि, मानवतावादी संबंधों और संस्कृति के क्षेत्र में चार महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए। जेलेंस्की ने इन समझौतों को दोनों देशों के बीच संबंधों को और गहरा करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। इस दौरान दोनों नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी किया, जिसमें रणनीतिक साझेदारी, द्विपक्षीय व्यापार, और सैन्य-तकनीकी सहयोग पर जोर दिया गया।
संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर भारत का समर्थन (India Support for Ukraine)
जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री मोदी के बयान को कोट करते हुए कहा, 'भारत यूक्रेन की राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का समर्थन करता है। यह बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि दुनिया के हर देश को संयुक्त राष्ट्र चार्टर का समान रूप से सम्मान करना चाहिए।" इस बयान से दोनों देशों के बीच संबंधों में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। आज यह संदेश दुनिया भर में गूंज रहा है।
सोशल मीडिया पर जेलेंस्की का पोस्ट वायरल (Zelenskyy Instagram Post)
जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपनी मुलाकात की तस्वीरें इंस्टाग्राम पर साझा कीं। यह पोस्ट कुछ ही घंटों में उनके सबसे लोकप्रिय पोस्ट में शामिल हो गया, जिसमें एक मिलियन से अधिक लाइक्स प्राप्त हुए। जेलेंस्की का यह पोस्ट इस बात का प्रतीक है कि मोदी के साथ जुड़े होने से विश्व के नेताओं को सोशल मीडिया पर कितना अधिक जुड़ाव मिलता है।
जेलेंस्की ने मोदी की इस यात्रा को दोस्ताना बताया
जेलेंस्की ने मोदी की इस यात्रा को "दोस्ताना" और "प्रतीकात्मक" कहा, खासकर क्योंकि यह यात्रा यूक्रेन के स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर हुई। दोनों नेताओं ने एक स्मारक का दौरा किया, जो उन यूक्रेनी बच्चों के सम्मान में बनाया गया है, जो वर्तमान संघर्ष में मारे गए हैं। यह भावनात्मक क्षण उनके रिश्तों को और मजबूत बनाने के लिए महत्वपूर्ण था।
मोदी ने की मध्यस्थता की पेशकश (PM Modi Mediation Offer)
यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने क्षेत्र में शांति लाने के लिए मध्यस्थता की पेशकश की। उन्होंने कहा, "हम जोर देकर कहते हैं कि हम संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करते हैं।" मोदी ने संघर्ष को हल करने के लिए संवाद और कूटनीति को ही एकमात्र रास्ता बताया। यह यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखी जा रही है।