Wayanad Landslide update: वायनाड में भूस्खलन के बाद आज शनिवार (2 अगस्त को) चौथे दिन भी राहत और बचाव कार्य जारी है। चौथ दिन मलबे से चार लोगों को जिंदा निकालाया गया। बता दें कि अब तक इस आपदा में 308 लोगों की मौत हो चुकी है। बचावकर्मियों ने केवल 195 शव बरामद किए हैं। बाकी 105 लोगों की मौत की पुष्टि उनके शरीर के अंगों से की गई है।
चाव कार्य में लगे कर्मी लगातार मलबे से शव निकाल रहे हैं। मृतकों का आंकड़ा और भी बढ़ने की संभावना है क्योंकि कई लोग गंभीर रूप से जख्मी हैं। फिलहाल इन घायलों का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
सेना, नौसेना और वायुसेना की 40 टीमें तैनात
राहत कार्य को प्रभावी बनाने के लिए खोज क्षेत्र को 6 हिस्सों में बांटा गया है। इसमें अट्टामला और अरानमला, मुण्डाकाई, पुंजारिमट्टम, वेलारामला गांव रोड, जीवीएचएसएस वेलारामला और नदी प्रवाह क्षेत्र शामिल हैं। सेना, नौसेना और वायुसेना की 40 टीमें बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। खोज क्षेत्र को विभाजित करने से कार्य को अधिक प्रभावी बनाने में मदद मिली है।
वायनाड समेत कई जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद
मौसम विभाग ने केरल में भारी बारिश की आशंका जाहिर की है। इसे देखते हुए कई जिलों में स्कूल, ट्यूशन सेंटर, कॉलेज और दूसरे शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई है। वायनाड के साथ ही त्रिशूर, कोझिकोड, मल्लपुरम, कासरगोड और कन्नूर जिलों में स्कूल कॉलेजों में छुट्टियों का ऐलान कर दिया गया है। राज्य मौसम विभाग की ओर शनिवार को वायनाड जिले में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। कई स्कूलों को रीलीफ कैंप में तब्दील कर दिया गया है।
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने लिया जायजा
कल लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने वायनाड के चूरलामल्ला क्षेत्र का दौरा किया। राहुल गांधी ने कहा कि यह वायनाड के लिए एक भयानक त्रासदी है और यहां बहुत कुछ किया जाना बाकी है। केरल के स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि मृतकों की संख्या अब 308 हो गई है।
तैराकी के माहिर लोग भी बचाव कार्य में शामिल
एनडीआरएफ, डीएसजी और एमईजी की संयुक्त टीम के साथ तीन स्थानीय लोग और वन विभाग का एक कर्मचारी भी खोज अभियान में शामिल हैं। 8 पुलिस थानों के पुलिसकर्मी और तैराकी के विशेषज्ञ भी खोज में मदद कर रहे हैं। हेलीकॉप्टरों के माध्यम से भी खोज अभियान चलाया जा रहा है। तटरक्षक और नौसेना के साथ वन विभाग के कर्मचारी उन जगहों पर खोज कर रहे हैं जहां शवों के तैरने की संभावना है।
डॉग स्क्वैड की मदद से ढूंढ़े जा रहे शव
सेना द्वारा निर्मित बैली ब्रिज के माध्यम से मुण्डकाई में 25 एम्बुलेंस पहुंचाई जाएंगी। दिल्ली से शनिवार को ड्रोन आधारित रडार लाया जाएगा जो मिट्टी में दबे शवों का पता लगाएगा। खोज अभियान में 6 कुत्तों की भी मदद ली जा रही है। तमिलनाडु से 4 कुत्तों वाले डॉग स्क्वैड को बुलाया गया है।