Weather Update: देश में मानसून के आगमन ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कई राज्यों में मूसलाधार बारिश से सामान्य जन जीवन प्रभावित हुआ है। जम्मू कश्मीर में भारी बारिश का असर अमरनाथ यात्रा पर पड़ा है। वहीं उत्तराखंड में बारिश और भूस्खलन ने तबाही मचा दी है। भारी बारिश की वजह से बाढ़ से जूझ रहे असम में मृतकों का आंकड़ा 62 के पार पहुंच गया है। जानें देशभर में मौसम के हालात।
अमरनाथ यात्रा रोकी गई
शनिवार (6 जुलाई) को जम्मू और कश्मीर में भारी बारिश ( Heavy Rains) के कारण अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) रोक दी गई है। पवित्र गुफा की ओर जाने वाले पहलगाम और बालटाल के दोनों मार्ग बंद कर दिए गए हैं। तीर्थयात्रियों को उनके बेस कैंप वापस भेजा जा रहा है। मौसम में सुधार के बाद ही उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति दी जाएगी।
असम में बाढ़ से 62 मौतें ((Assam Flood Death)
असम में बारिश, बाढ़ (Assam Flood), तूफान और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 62 हो गई है। 3 लोग लापता हैं। बाढ़ से 29 जिलों में 22 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान ( Kaziranga National Park) में बाढ़ के कारण 77 जानवर मारे गए हैं और 94 जानवरों को बचाया गया है।
आज 15 राज्यों में हो सकती है भारी बारिश
IMD ने शनिवार (6 जुलाई) को 28 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट (Heavy Rain Alert) जारी किया है - उत्तराखंड, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, असम, महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात, ओडिशा, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, राजस्थान, केरल, नागालैंड, त्रिपुरा, मिजोरम और त्रिपुरा।
दिल्ली में 24X7 बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित
पिछले साल दिल्ली में यमुना अपने 70 वर्षों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी, जिससे कई क्षेत्र बाढ़ के पानी में डूब गए थे। दिल्ली सरकार के मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज ने शुक्रवार को कहा कि यमुना नदी (Yamuna River) के जल स्तर की निगरानी की जा रही है। 24X7 बाढ़ नियंत्रण कक्ष (Flood Control Room) स्थापित किए गए हैं जो हथिनी कुंड बैराज के जल स्तर की निगरानी करेंगे।
मध्य प्रदेश के श्योपुर में बाढ़
मध्यप्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश का दौर जारी है। पिछले 24 घंटे से कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बरसात हो रही है। भारी बारिश के चलते श्योपुर जिले में बाढ़ की स्थिति बन गई है।प्रशासन स्तर पर श्योपुर में बाढ़ राहत टीम द्वारा रेस्क्यू भी किया जा रहा है। बड़ौदा नगर में आई बाढ़ के कारण लोगों ने अपनी छतों पर ठिकाना बनाया है। बताया जा रहा है कि नदी के पास मंदिर में कुछ पुजारी फंस गए हैं, जिन्हें बचाने का काम किया जा रहा है।मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार प्रदेश में 2 ट्रफ और 3 साइक्लोनिक सर्कुलेशन के सक्रिय होने से आंधी और बारिश का मौसम बना है। शनिवार से यह सिस्टम सक्रिय होने से रविवार को ज्यादातर जिलों में भारी बारिश की संभावना बनी है।
उत्तराखंड में भूस्खलन से तबाही
- शुक्रवार को उत्तराखंड (Uttarakhand) के कई जिलों में भारी बारिश हुई, जिससे भूस्खलन (Landslide) हुआ और 88 सड़कों पर यातायात बाधित (Traffic Jam) हुआ। रुद्रप्रयाग में पुरानी सुरंग भूस्खलन के मलबे से बंद हो गई। देहरादून में दिनभर रुक-रुक कर बारिश होती रही, जिससे यहां भी कई सड़कें बंद हो गईं। बारिश के कारण पानी से भरे गड्ढे में डूबने से 5 साल के बच्चे की मौत हो गई। हरिद्वार में भी एक लड़के की जान चली गई।
- उत्तराखंड (Uttarakhand) में भारी बारिश और भूस्खलन (Landslide) के कारण, रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड और ऋषिकेश से बद्रीनाथ तक के राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highway) 107 और 58 को बंद कर दिया गया है। डोलिया देवी (फाटा) में सड़क पर मलबा जमा हो गया है, जिससे यातायात बाधित हो गया है।
- मौसम विभाग ने उत्तराखंड में आज भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। राज्य के विभिन्न स्थानों पर 6-7 जुलाई को भारी बारिश होने की संभावना है। इस दौरान वर्षा 64.5-115.5 मिमी से 115.5-204.4 मिमी तक हो सकती है। (Weather Alert, Uttarakhand, Heavy Rain)
हिमाचल प्रदेश में 59% अधिक बारिश
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में जुलाई के पहले 5 दिनों में 43.2 मिमी बारिश( Rainfall) हुई है, जो सामान्य 27.2 मिमी से 59% अधिक है। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र ने बताया कि मंडी में 55 सड़कों, चंबा में 7 और कांगड़ा-शिमला में 64 सड़कों पर बारिश के कारण यातायात रोक दिया गया है। शिमला में शनिवार को भारी बारिश, तूफान और बिजली गिरने का यलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया गया है।
राजस्थान में बारिश का सिलसिला जारी (Rajasthan, Rainfall)
राजस्थान (Rajasthan Weather) के सज्जनगढ़ (बांसवाड़ा) में 116 मिमी, तिजारा में 107 मिमी, दानपुर में 101 मिमी, नैनवां (बूंदी) में 102 मिमी, थानागाजी में 97 मिमी, पिपलदा (कोटा) में 90 मिमी, टापुकड़ा में 88 मिमी और जयपुर में 82 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने कहा कि अगले 24 घंटों में यहां भारी बारिश हो सकती है।
मेघालय में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित
मेघालय (Meghalaya) में 1 जून से 3 जुलाई तक 117.32 सेमी बारिश हुई, जो सामान्य से 44% अधिक है। इस कारण लोगों के घरों और सार्वजनिक संपत्तियों को काफी नुकसान हुआ है। आपदा प्रबंधन(Disaster Management) से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि लगातार हो रही बारिश से राज्य के दक्षिणी जिले सबसे अधिक प्रभावित हैं।