West Bengal Woman Assault: पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले के चोपड़ा इलाके में एक महिला के साथ बीच सड़क बेरहमी से मारपीट करने का मुद्द तूल पकड़ता जा रहा है। बीजेपी और टीएमसी ने इस मुद्दे पर बंगाल की सत्तारूढ़ टीमएसी सरकार पर हमला तेज कर दिया है। टीएमसी ने इस मामले जहां अपनी सफाई दी है और सीपीएम और बीजेपी पर पलटवार भी किया है।
समाजवादी पार्टी की नेता डिंपल यादव ने भी कहा है कि इस मामले में दोषी के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाना चाहिए। इस बीच बीच सड़क पर महिला के साथ मारपीट के आरोपी को पश्चिम बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
#WATCH | On a viral video showing a West Bengal man assaulting a couple, SP MP Dimple Yadav says, "I think stringent action should be taken. I think Government should take action on Manipur incident too..." pic.twitter.com/QAVXqk84im
— ANI (@ANI) July 1, 2024
महिला के साथ मारपीट का वीडियो वायरल
बता दें कि रविवार को एक शख्स का महिला और पुरुष पर बेरहमी से डंडे बरसाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि एक शख्स बीच सड़क पर एक लड़की को छड़ी से बेहरमी से पीट रहा है। लड़की दर्द से चिल्लाती रहती है लेकिन शख्स उसे पीटना नहीं छोड़ता। इसके बाद वह पास में ही बैठे एक युवक पर छड़ी बरसाना शुरू कर देता है। इस दौरान लोग घेरा बनाकर वहां खड़े होकर तमाशबीन बनी रहती है। कोई दोनों को बचाने के लिए आगे नहीं आया। यह वीडियो इतना विभत्स है कि हम उसे यहां दिखा तक नहीं सकते।
बीजेपी और सीपीएम बंगाल सरकार पर हमलावर
इस वीडियो के सामने आने के बाद बीजेपी और सीपीएम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर हमलावर है। बीजेपी और CPM (M) के नेताओं ने दावा किया है कि पिटाई करने वाला शख्स तृणमूल कांग्रेस का नेता ताजेमुल है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि ताजेमुल लोकल लेवल पर छोटे मोटे विवादों को लेकर कंगारु कोर्ट लगाता है। यह शख्स ‘तुरंत न्याय’ देने के लिए जाना जाता है। बीजेपी ने पहले भी आरोप लगाया था कि कूच बिहार जिले में पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की महिला पदाधिकारी रोशोनारा खातून को टीएमसी के गुंडों ने सड़क पर पीटा था।
TMC ने BJP और CPI (M) पर किया पलटवार
तृणमूल के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. शांतनु सेन ने इस मामनले पर विवाद बढ़ने के बाद सोमवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस एक पार्टी के तौर पर और हमारी सरकार चोपड़ा में जो कुछ हुआ उसकी पूरी तरह निंदा करती है। पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की है। मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़ित को पुलिस सिक्योरिटी दी गई है। हम इसमें शामिल किसी भी शख्स को नहीं बख्शेंगे।
सीपीएम के कार्यकाल में ऐसी कई घटनाएं हुईं: सेन
विपक्ष की आलोचना पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए, डॉ. सेन ने कहा, "बंगाल में सीपीएम के सत्ता में रहने के दौरान ऐसी कई घटनाएं हुईं, लेकिन हमने कभी किसी सीपीएम नेता को इसकी निंदा करते नहीं देखा। इसी तरह की घटनाएं बीजेपी शासित राज्यों में भी होती रहती हैं, लेकिन हमने कभी किसी बीजेपी नेता को इसकी निंदा करते नहीं सुना। यह केवल बंगाल में ही हो सकता है क्योंकि तृणमूल कांग्रेस की जीरो टॉलरेंस नीति है, और हम इसके बारे में सिर्फ बात नहीं करते, हम कार्रवाई करते हैं।"
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
स्थानीय पुलिस ने इस घटना को लेकर कहा है कि उन्होंने पिटाई करने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी ने महिला और पुरुष के साथ मारपीट कब और क्यों की, इसके बारे में जानकारी नहीं है। ताजेमुल नाम के इस शख्स को पुलिस हिरासत में लिए जाने का एक वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में महिला के साथ मारपीट करने का यह आरोपी पूरी ठसक में चलता नजर आ रहा है।
Tajmul Haque, the strongman of Chopra who was seen flogging a woman, in accordance with Sharia, has been arrested by West Bengal police. However, with the statement of TMC MLA Hamidul Rahman, I wonder how long this “strongman” will continue to be in prison. pic.twitter.com/C0aKOAowJy
— Nupur J Sharma (@UnSubtleDesi) June 30, 2024
बीजेपी नेता बोले- बंगाल में शरिया अदालतें चल रहीं
बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर कहा, "वीडियो में दिख रहा व्यक्ति ताजेमुल है, जो अपनी 'इंसाफ सभा' के जरिए 'तुरंत न्याय' देने के लिए जाना जाता है। वह चोपड़ा विधायक हमीदुर रहमान का करीबी है।" उन्होंने कहा कि राज्य में शरिया अदालतें चल रही हैं और ममता बनर्जी महिलाओं के लिए अभिशाप बन गई हैं। सीपीआई(एम) के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने कहा कि तृणमूल के गुंडे खुद मौके पर सुनवाई करके सजा दे रहे हैं और यह ममता के शासन में 'बुलडोजर न्याय' का उदाहरण है।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी साधा निशाना
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि चाहे महिलाएं किसी भी जाति या धर्म की क्यों ना हों, उन पर हमले अस्वीकार्य हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव हो चुके हैं और सत्ताधारी पार्टी ने राज्य में सबसे ज्यादा सीटें जीती हैं, तो फिर सरकार राज्य में हिंसा का सहारा क्यों ले रही है? किसी भी शख्स को महिला के साथ हिंसा की वारदात को अंजाम देने का अधिकार नहीं है।