Who is Pratap Simha: संसद हमले की 22वीं बरसी पर बुधवार को दो युवकों ने लोकसभा के अंदर हंगामा किया। उन्होंने पीले रंग की गैस छोड़ी। वहीं दो अन्य ने बाहर प्रदर्शन किया। सूत्रों का कहना है कि इस साजिश में 6 लोग शामिल थे। आरोपियों में सागर शर्मा, डी मनोरंजन, नीलम देवी और अमोल शिंदे मौके से पकड़े गए। सागर महाराष्ट्र के लातूर का है। जबकि नीलत हरियाणा के हिसार की रहने वाली है। साजिश में शामिल पांचवें शख्स का नाम ललित झा है, जिसके गुड़गांव स्थित घर पर सभी रुके थे। छठे आरोपी का नाम नहीं पता चला है। ललित झा और छठा आरोपी फरार हैं।
जानिए सांसद दानिश अली ने क्या किया दावा?
बसपा से निष्कासित सांसद दानिश अली का आरोप है कि आरोपियों से एक पास बरामद हुआ है। जिसे बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के कार्यालय द्वारा जारी किया गया था। वहीं, सुरक्षा में चूक को लेकर कई सांसदों ने आश्चर्य जताया। उन्होंने कहा कि संसद में एंट्री से पहले पांच लेवल पर सिक्योरिटी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। विजिटिंग गैलरी में जाने के लिए एक सांसद के कार्यालय से साइन की आवश्यकता होती है।
कौन हैं प्रताप सिम्हा?
42 वर्षीय प्रताप सिम्हा कर्नाटक के मैसूर लोकसभा सीट से सांसद हैं। सदन में कूदने वाले एक आरोपी का संबंध प्रताप सिम्हा के क्षेत्र से है। उसका नाम मनोरंजन डी (35 साल), वह बेंगलुरु के मैसूर विवेकानंद विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट है और उनके पिता मैसूर के विजयनगर में रहते हैं।
प्रताप सिम्हा ने 2014 में मैसूर से 43.46% वोटों के साथ जीत हासिल की थी और 2019 के चुनावों में उनका वोट शेयर बढ़कर 52.27% हो गया। प्रताप पूर्व पत्रकार हैं। उन्होंने 2007 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीवनी भी लिखी थी। उन्होंने कहा था कि वह पीएम मोदी को अपना आदर्श मानते हैं।
कई दिनों से मांग रहा था विजिटिंग पास: प्रताप
भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने कहा कि वे मनोरंजन डी के पिता देवराज को जानते हैं। मनोरंजन का घर उनके लोकसभा क्षेत्र में है। वह कई महीने से लोकसभा देखने के लिए पास मांग रहा था। इसके लिए उसने कई बार मैसूर और दिल्ली के दफ्तर में प्रयास किया। बुधवार सुबह मनोरंजन लखनऊ के सागर शर्मा के साथ दफ्तर आया था। उसने सागर को अपना दोस्त बताया। लिहाजा दोनों को पास लिखकर दे दिया गया।
ये दो युवक लोकसभा में घुसे
दोपहर के एक बजे थे। भाजपा सांसद खगेन मुर्मू बोल रहे थे। तभी मनोरंजन डी और सागर शर्मा विजिटर गैलरी से लोकसभा में कूद गए। फुटेज में सागर को डेस्क के ऊपर से कूदते हुए और अध्यक्ष की कुर्सी की ओर बढ़ते हुए देखा गया। जबकि मनोरंजन ने एक केन से पीला धुआं फेंक दिया। वहीं, अमोल शिंदे और नीलम देवी को भी पीले धुएं के डिब्बे के साथ संसद के बाहर हिरासत में लिया गया।
22 साल फिर संसद पर हमला!
एक बार फिर संसद की सुरक्षा में सेंध लगी। हालांकि इस बार किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया। फिर भी 22 साल पहले 13 दिसंबर 2001 को हुई घटना की याद ताजा हो गई। संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा था। महिला आरक्षण बिल पर हंगामा हो रहा था। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और नेता प्रतिपक्ष सोनिया गांधी सदन से निकल चुकी थीं। तभी एंबेसडकर कार सवार 5 आतंकी गेट नंबर 12 से संसद में दाखिल हो गए थे। इस हमले में 9 लोग शहीद हुए थे। जबकि 16 जवान घायल हुए। पांचों आतंकी मारे गए।
हमले के दो दिन बाद मास्टरमाइंड अफजल गुरू, एसआर गिलानी, अफशान गुरू और शौकत हुसैन को पकड़ा गया। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने गिलानी और अफशान को बरी कर दिया। अफजल गुरू की फांसी को बरकरार रखा। शौकत हुसैन की मौत की सजा को भी घटा दिया और 10 साल की सजा दी। अफजल गुरू को 9 फरवरी 2013 को दिल्ली की तिहाड़ जेल में सुबह 8 बजे फांसी दी गई।