NEET Exam Cancellation: देश भर में NEET UG परीक्षा का पेपर लीक होने का मुद्दा गर्म है। स्टूडेंट्स और अभिभावक परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं। परीक्षा कराने वाली एजेंसी NTA की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। इसके बावजूद शिक्षा मंत्रालय ने NEET UG परीक्षा रद्द नहीं करने का फैसला किया है। सरकार के इस फैसले पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार 22 जून को सफाई दी है।
क्यों नहीं की गई है नीट परीक्षा रद्द (NEET Exam Cancellation)
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पेपर लीक की जांच चल रही है। पेपर लीक से केवल सीमित कुछ छात्र प्रभावित हुए हैं। अगर परीक्षा रद्द कर दी जाती है तो उन लाखों छात्रों पर असर पड़ेगा, जिन्होंने सही तरीके से परीक्षा पास की है। इसलिए NEET UG परीक्षा रद्द नहीं करने का फैसला किया गया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि 2004 और 2015 में बड़े पैमाने पर NEET के पेपर लीक हुए थे। बड़े पैमाने पर छात्रों के रिजल्ट में हेरफेर हुआ था। यही वजह रही कि उस समय परीक्षा रद्द करनी पड़ी थी। हालांकि, इस बार ऐसा नहीं होगा।
सुप्रीम कोर्ट में मामला विचाराधीन
शिक्षा मंत्री ने बताया कि मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। इस मामले में कोर्ट जो भी फैसला सुनाया जाएगा वह अंतिम माना जाएगा। प्रधान ने कहा कि NEET-UG परीक्षा में 67 छात्रों के 720 नंबर लाने के बाद विवाद खड़ा हुआ था। इसके बाद NTA ने स्पष्ट किया कि उन्होंने कुछ छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए थे। इन सभी स्टूडेंट्स के ग्रेस मार्क्स कैंसल कर दिए गए हैं। अब इन स्टूडेंट्स को री एग्जाम देना होगा। इन वजहों से नीट एग्जाम रद्द (NEET Exam Cancellation) नहीं किया गया।
रिजल्ट घोषित होने ही शुरू हुआ विवाद
NEET-UG 2024 परीक्षा में करीब 24 लाख छात्र शामिल हुए थे। इस परीक्षा के नतीजे 4 जून को जारी किए गए थे। हालांकि, प्रश्नपत्र लीक होने और 1,500 से अधिक छात्रों को ग्रेस अंक दिए जाने के दावों के कारण विवाद शुरू हो गया। इस ममामले में बिहार में इस मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुक है। सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। बिहार ईओयू ने NEET-UG 2024 के पेपर लीक होने से जुड़े दस्तावेजों को शिक्षा मंत्रालय को सौंप दिया है।
एनटीए में सुधार के लिए सरकार ने गठित की कमेटी
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यूजीसी-नेट परीक्षा का पेपर लीक होना राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) की 'संस्थागत विफलता' है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार एजेंसी के कामकाज की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय पैनल का गठन करेगी।प्रधान ने कहा कि नीट परीक्षा रद्द (NEET Exam Cancellation) करने की कोई जरूरत नहीं है। धर्मेंद्र प्रधान के इस बयान के कुछ ही देर बाद सरकार की ओर से कमेटी गठित कर दी गई। ISRO के पूर्व प्रमुख को इस एक्सपर्ट कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है।
छात्रों का करियर बचाने की कवायद
प्रधान ने नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कुछ छिटपुट घटनाओं के कारण उन स्टूडेंट्स के करियर को हाईजैक करना अनुचित है, जिन्होंने सही तरीके से परीक्षा पास की है। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि मैं बिहार पुलिस के साथ लगातार संपर्क में हैं। इस मामले में रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने नीट परीक्षा रद्द (NEET Exam Cancellation) से साफ तौर पर इनकार किया।
कोई भी अनियमितता बर्दाश्त नहीं होगी
प्रधान ने कहा कि उन्हें सिस्टम पर भरोसा है और सरकार किसी भी अनियमितता या कदाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने विपक्षी दलों से इस मुद्दे का राजनीतिकरण न करने की अपील की। शिक्षा मंत्री ने कहा कि एनटीए के टॉप अफसरों के साथ ही दोषी पाए जाने वाले किसी भी शख्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा मंत्रालय ने ग्रेस मार्क्स पर जाहिर की जा रही चिंताओं को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे का पहले ही उचित तरीके से समाधान किया जा चुका है।