Yogi Aditya Nath convoy accident: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का काफिला शनिवार की शाम दुर्घटना का शिकार हो गया। हादसा लखनऊ में हुआ। इसमें कई लोग घायल हो गए। घायलों हुए लोगों में से पांच पुलिसकर्मी हैं। वहीं, हादसे में छह आम नागरिकों के भी घायल होने की जानकारी मिली है। दुर्घटना उस समय घटी तक काफिले का एक एंटी डेमो व्हीकल लखनऊ में  एक कुत्ते को बचाने की कोशिश में हादसा हुआ। इसकी वजह से गाड़ी पलट गई। इस हादसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाल-बाल बच गए। 

तुरंत मौके पर पहुंची क्विक रिस्पॉन्स टीम
हादसे की जानकारी मिलते ही क्विक रिस्पॉन्स टीम को तुंरत दुर्घटस्थल पर पहुंची। घायलों को तत्काल इलाज के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया। पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार , लखनऊ के पुलिस कमिश्नर एसबी शिरोडकर और अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय प्रसाद जानकारी मिलते ही सिविल अस्पताल पहुंचे। अफसरों ने अस्पताल पहुंचकर जख्मी पुलिसकर्मियों का हाल-चाल जाना। 

लखनऊ के अर्जुनगंज इलाके में हुआ हादसा
बताया जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ दिल्ली से लौटे थे। एयरपोर्ट से अपने आधिकारिक आवास की ओर जा रहे थे। इस दौरान उनके काफिले की एंटी डेमो व्हीकल आगे चल रही थी। जब काफिला अर्जुनगंज इलाके में मरी माता मंदिर के पास पहुंचाए तो अचानक एक कुत्ता सामने आ गया। कुत्ते को बचाने की कोशिश में गाड़ी अनियंत्रित हो गई।

जॉइंट कमिश्ननर उपेंद्र अग्रवाल ने दी जानकारी
दुर्घटना करीब रात पौने आठ बजे के आसपास घटी।  जॉइंट कमिश्ननर उपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि दुर्घटना में करीब 11 लोग जख्मी हो गए। जिस समय हादसा हुआ उस समय मुख्यमंत्री की गाड़ी पीछे थे। जिला पुलिस की गाड़ी हादसे का शिकार हुई। दरअसल गाड़ी एक कुत्ते को बचाने के क्रम में नियंत्रित हो गई और सड़क किनारे दाएं ओर घुम गई और वहां पर खड़ी दो अन्य गाड़ियों से टकरा गई। इससे वहां पर खड़े लोग इसकी चपेट में आ गए।

कम से कम 6 सिविलयन्स हुए घायल
जॉइंट कमिश्नर उपेंद्र अग्रवाल ने कहा कि अभी तक 6 सिविलयन्स के इस हादसे में जख्मी होने की जानकारी मिली है। हो सकता है कि कुछ लोग अपनी स्वेच्छा से दूसरे किसी अस्पताल में भर्ती हुए हों। हालांकि, अभी तक पुलिस को इसकी जानकारी नहीं मिली है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आम तौर पर मुख्यमंत्री के काफिले के आगे जिला पुलिस की गाड़ी चलती है जिसे एंटी डेमो व्हीकल कहा जाता है। इस गाड़ी का काम होता है कि वह मुख्यमंत्री के काफिले के आने से पहले रास्ता क्लियर रखे। अगर सड़क पर किसी प्रकार का प्रदर्शन हो रहा हो तो उसे हटाए। यही गाड़ी हादसे का शिकार हुई।