YS Sharmila likely to join Congress: आंध्र प्रदेश में विधानसभा और देश में लोकसभा चुनाव से पहले दक्षिण की राजनीति में बड़ा उलट-फेर होने की संभावना है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला 4 जनवरी को कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं। वाईएस शर्मिला वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की संस्थापक और अध्यक्ष भी हैं। तीन दिसंबर को 5 राज्यों के साथ आए नतीजों में कांग्रेस ने तेलंगाना में कांग्रेस ने जीत हासिल की और भारत राष्ट्र समिति (BRS) से सत्ता छीन ली।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस शर्मिला को आंध्र प्रदेश में बड़ी भूमिका दे सकती है। कांग्रेस को उम्मीद है कि वाईएसआरसीपी पार्टी छोड़कर कई लोग उनके पाले में आ सकते हैं। आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (TDP) का अस्तित्व संकट में हैं। पार्टी लीडर चंद्राबाबूम नायडू पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। हालांकि इस समय वे बाहर हैं।
2012 में पहली बार सुर्खियों में आई थीं
वाईएस शर्मिला का भाई जगनमोहन रेड्डी से राजनीतिक विवाद है। वह पहली बार 2012 में सुर्खियों में आई थीं। उस वक्त तेलंगाना राज्य के गठन का आंदोलन चल रहा था। राज्य आंदोलन ने जोर पकड़ा तो जगन मोहन रेड्डी ने कांग्रेस से नाता तोड़ लिया था और वाईएसआरसीपी का गठन किया। उनके साथ 18 विधायक भी शामिल हुए और एक कांग्रेस सांसद ने इस्तीफा दिया। भ्रष्टाचार के आरोप में रेड्डी जेल गए तो उनकी मां वाइएस विजयम्मा और बहन शर्मिला ने अभियान की अगुवाई की। चुनाव हुए तो वाईएससीआरपी ने जीत हासिल की। 2021 में शर्मिला ने कहा कि भाई रेड्डी से उनका मतभेद है। उन्होंने वाईएसआर तेलंगाना पार्टी का गठन किया।
शर्मिला ने बुलाई बड़ी बैठक
वाईएस शर्मिला ने मंगलवार सुबह 11 बजे पार्टी के सभी नेताओं के साथ बैठक बुलाई। जिसमें पार्टी के विलय और भविष्य की गतिविधियों पर चर्चा होने की संभावना है। तेलंगाना में विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले वाईएस शर्मिला ने कांग्रेस पार्टी के लिए अपना समर्थन दोहराया था। उन्होंने वोटों के बंटवारे को रोकने के लिए तेलंगाना में 30 नवंबर को हुए चुनाव में लड़ने से भी इनकार कर दिया था, जिससे तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को फायदा हो सकता था।
शर्मिला ने कहा था कि केसीआर ने अपने 9 साल के कार्यकाल में लोगों से किए गए किसी भी वादे को पूरा नहीं किया है। मैं नहीं चाहती कि केसीआर दोबारा मुख्यमंत्री बनें।