YS Sharmila Viral Video: आंध्र प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष वाईएस शर्मिला रेड्डी और वाईएसआरसीपी नेता व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के बीच राजनीतिक टकराव बढ़ता जा रहा है। शर्मिला ने गुरुवार को विजयवाड़ा में चलो सचिवालय विरोध प्रदर्शन बुलाया। इसके तहत शर्मिला प्रदर्शन करते हुए सचिवालय जा रही थीं। लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने उन्हें उठाकर अपने साथ ले गई।
इससे पहले खुद के हाउस अरेस्ट से बचने के लिए वाई एस शर्मिला ने पूरी रात दफ्तर में गुजारी। उनका फर्श पर सोते हुए वीडियो सामने आया है।
सरकार पूरी तरह से फेल
कांग्रेस अध्यक्ष वाईएस शर्मिला ने राज्य सरकार से मांग की है कि वह पहले बेरोजगार युवाओं और छात्रों की समस्याओं का निदान करे। इसलिए उन्होंने चलो सचिवालय विरोध प्रदर्शन बुलाया है। बुधवार को विजयवाड़ा के आंध्र रत्न भवन में मीडिया से बात करते हुए वाईएस शर्मिला ने कहा कि जगन मोहन रेड्डी पिछले पांच वर्षों में युवाओं, बेरोजगारों और छात्रों के महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने में पूरी तरह से विफल रहे हैं।
दावा- पुलिसकर्मियों ने घर को घेरा
बाद में उसने एक्स पर दावा किया कि उन्हें घर में नजरबंद करने की कोशिश की गई। उन्होंने लिखा कि अगर हम बेरोजगारों की ओर से विरोध प्रदर्शन का आह्वान करते हैं, तो क्या आप हमें घर में नजरबंद रखने की कोशिश करेंगे? क्या हमें लोकतंत्र में विरोध करने का अधिकार नहीं है? क्या यह शर्मनाक नहीं है कि एक महिला के रूप में मुझे पुलिस और नजरबंदी से बचने के लिए कांग्रेस पार्टी कार्यालय में रात बिताने के लिए मजबूर किया गया?
गुरुवार को उन्होंने दावा किया कि हजारों पुलिसकर्मियों ने उनका घर घेर लिया है। कहा कि हमारे चारों ओर हजारों पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं। लोहे की बाड़ लगा दी गई है और हमें बंधक बना लिया गया है। अगर हम बेरोजगारों के पक्ष में खड़े हैं, तो वे हमें गिरफ्तार कर रहे हैं। आप तानाशाह हैं जो हमें रोकने की कोशिश कर रहे हैं। आपकी हरकतें गलत हैं। इसका सबूत है। वाईसीपी सरकार को बेरोजगारों से माफी मांगनी चाहिए।
लोकसभा सांसद मनिकम टैगोर ने जगन मोहन रेड्डी पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जगन के अहंकार के खिलाफ खड़े होना पड़ेगा। यह लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों को बनाए रखने और अधिकार का सम्मान करने का समय है।
4 जनवरी को कांग्रेस में हुई थीं शामिल
वाईएस शर्मिला 4 जनवरी को कांग्रेस में शामिल हुईं हैं। बाद में उन्होंने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया। इससे पहले, भाई वाईएस जगन रेड्डी के साथ स्पष्ट मतभेद के बाद, शर्मिला वाईएसआर तेलंगाना पार्टी का नेतृत्व कर रही थीं। जिसे उन्होंने 8 जुलाई, 2021 को बनाया था। आंध्र प्रदेश में कांग्रेस प्रमुख बनने के बाद उन्होंने रेड्डी पर विकास को ठंडे बस्ते में डालने का आरोप लगाया। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा था कि दलितों पर अत्याचार में भारी वृद्धि हुई है। खनन और रेत माफिया हावी हैं।