YS Sharmila Joins Congress: वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की संस्थापक वाईएस शर्मिला गुरुवार को आधिकारिक तौर पर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गई हैं। वह बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंचीं और उन्हें कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस वक्त राहुल गांधी भी मौजूद थे। उन्होंने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया है। वाईएस शर्मिला अविभाजित आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वाईएस राजशेखर रेड्डी की बेटी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की छोटी बहन हैं।
वाईएस शर्मिला ने कहा, 'आज वाईएसआर तेलंगाना पार्टी का कांग्रेस में विलय करते हुए खुशी हो रही है। मुझे खुशी है कि आज वाईएसआर तेलंगाना पार्टी आज से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का हिस्सा बनने जा रही है। कांग्रेस पार्टी अभी भी हमारे देश की सबसे बड़ी धर्म निरपेक्ष पार्टी है।'
#WATCH | YS Sharmila merges YSR Telangana Party with Congress
— ANI (@ANI) January 4, 2024
"Congress party is still the largest secular party of our country and it has always upheld the true culture of India and built foundations of our nation..." pic.twitter.com/lk6hlGdZBq
विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस का किया था समर्थन
वाईएस शर्मिला ने अपने पार्टी विलय की पटकथा हैदराबाद की बैठक में लिख दी थी। जहां उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक की और ऐलान किया था कि वे कांग्रेस जॉइन करेंगी। तेलंगाना में हाल के विधानसभा चुनावों के दौरान शर्मिला ने के.चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाले बीआरएस के कथित भ्रष्ट और जनविरोधी शासन का मुकाबला करने के उद्देश्य से कांग्रेस को अपना समर्थन देने की घोषणा की थी।
शर्मिला की पारिवारिक पृष्ठभूमि और क्षेत्र में चल रही राजनीतिक गतिशीलता को देखते हुए इस कदम का राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
#WATCH | YSRTP chief & Andhra Pradesh CM's sister YS Sharmila joins Congress, in the presence of party president Mallikarjun Kharge and Rahul Gandhi, in Delhi pic.twitter.com/SrAr4TIZTC
— ANI (@ANI) January 4, 2024
भाई जगन ने मनाने की कोशिश
रिपोर्ट्स के अनुसार, सीएम जगन मोहन रेड्डी ने बहन शर्मिला को मनाने की कोशिश की थी। जगन नहीं चाहते थे कि शर्मिला कांग्रेस में शामिल हों। इसके लिए उन्होंने चाचा पूर्व सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी को भेजा था। लेकिन बातचीत बेनतीजा रही। शर्मिला ने 31 दिसंबर और एक जनवरी को हुई बैठकों में वाईएसआरसीपी में शामिल होने से इंकार कर दिया था।
बता दें कि 2021 में ही शर्मिला ने अपने भाई जगन मोहन रेड्डी से अलग राजनीतिक राह पकड़ ली थी। उन्होंने तेलंगाना में अपना अलग संगठन बनाया। बताया जा रहा है कि जगन मोहन रेड्डी ने वाईएसआर की विरासत को हाइजैक कर लिया है। इससे बहन शर्मिला नाराज हैं। इसलिए उन्होंने भाई से अलग राजनीतिक राह पकड़ी है।