(कीर्ति राजपूत)
5 Powerful Shani Mantras : सनातन धर्म में मंत्रों को बहुत प्रभावशाली माना जाता है, मंत्रों का उच्चारण और उनका महत्व सदियों पुराना है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मंत्रों के नियमित और विधि विधान से जाप करने से अनेक परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है। भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा के अनुसार शनिवार के दिन शनि देव के कुछ मंत्रों का जाप करने से ना सिर्फ असाध्य रोगों से मुक्ति मिल सकती है, बल्कि नौकरी और धन से जुड़ी समस्या भी समाप्त हो सकती है। आइए जानते हैं शनि देव के 5 मंत्र और उन्हें जपने की सही विधि क्या है।
शनि देव के मंत्र
1. शनि देव का महामंत्र
ओम निलान्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।
छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम॥
2. शनि आरोग्य मंत्र
ध्वजिनी धामिनी चैव कंकाली कलहप्रिहा।
कंकटी कलही चाउथ तुरंगी महिषी अजा।।
शनैर्नामानि पत्नीनामेतानि संजपन् पुमान्।
दुःखानि नाश्येन्नित्यं सौभाग्यमेधते सुखमं।।
3. शनि दोष निवारण मंत्र
ओम त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम।
उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात।।
ओम शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शंयोरभिश्रवन्तु नः।
ओम शं शनैश्चराय नमः।।
4. शनि गायत्री मंत्र
ओम भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्
5. शनि देव का बीज मंत्र
ओम प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।
मंत्र उच्चारण की सही विधि
- शनिवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नानादि से निवृत्त हो जाएं।
- अब काले रंग के या इससे मिलते जुलते स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- घर के पास शनि मंदिर जाकर शनि देव की पूजा करें। शनिदेव को नीले रंग के फूल अर्पित करें।
- इसके बाद घर आकर कुश के आसान पर बैठकर इन 5 पंत्रों का जाप करें।
- ऐसा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और जीवन में सुख-संपत्ति का आशीर्वाद प्रदान करते हैं।