Pitru Paksha 2024: पितृपक्ष 15 दिन का होता है। इस दौरान पितरों को याद किया जाता है। श्राध्द पक्ष हर साल मनाया जाता है। इस महीने को खरमास भी कहा जाता है। अगर आप अच्छे तरीके से पितृपक्ष पर नियम का पालन नहीं करेंगे तो पितृदोष के भागी हो सकते हैं। इन तरीके से आप अपने पूजा कर पितरों को याद करेंगे तो पितृ खुश होंगे, वरदान मिलेगा, पितृदोष दूर होगा साथ ही धनलाभ और सुख समृध्दि में भी वृध्दि होगी।

जानें किस दिन कौन सी तिथि है?
17 सितंबर- पूर्णिमा
18 सितंबर- प्रतिपदा
19 सितंबर- द्वितीया
20 सितंबर- तृतीया
21 सितंबर- चतुर्थी
22 सितंबर- पंचमी
23 सितंबर- षष्ठी, सप्तमी 
24 सितंबर- अष्टमी
25 सितंबर- नवमीं
26 सितंबर- दशमीं
27 सितंबर- एकादशी
29 सितंबर- द्वादशी
30 सितंबर- त्रयोदशी
01 अक्टूबर- चतुर्दशी
02 अक्टूबर- सर्व पितृ अमावस्या

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  1. पितृपक्ष के दिन हर रोज सूर्यदेव को एक लोटा जल में काले तिल डालकर चढ़ाना चाहिए, ऐसा करने से आपके पितृ आशीर्वाद देंगे और भाग्य रेखा मजबूत होगी।
  2. पितृपक्ष में हर दिन हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें, ऐसा करने से हनुमान जी आपकी रक्षा करते हैं और पितृपक्ष, पितृदोष से छुटकारा मिलता है।
  3. पितृपक्ष की अमावस्या, तेरस, चौदस और पूर्णिमा के दिन गुड़-घी की धूप दें। अगर आप ऐसा करते हैं तो, पितृ ऋण खत्म होगा और भाग्य मजबूत होगा।
  4. प्रत्येक दिन शिवलिंग के पास एक दीपक जरूर जलाएं और उसमें काले तिल और लौंग डालकर महामृत्युंजय का जाप करें। ऐसा करने से भयमुक्ति, पितृदोष और अनचाही शक्तियां खत्म हो जाती हैं और भाग्योदय होता है।
  5. पितृपक्ष में कर्पूर जलाने से देवदोष व पितृदोष का शमन होता है। प्रतिदिन सुबह और शाम घर में संध्यावंदन के समय कर्पूर जरूर जलाएं।