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सनातन धर्म में बसंत पंचमी का पवित्र त्योहार माघ महीने में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन बसंत ऋतु की शुरुआत का प्रतीक है। इस वर्ष बसंत पंचमी का पवित्र त्योहार 14 फरवरी के दिन मनाया जाएगा। इस दिन ज्ञान की देवी माता सरस्वती की पूजा का विधान है।

(रुचि राजपूत)

Basant Panchami 2024 Upay : हिन्दू धर्म में बसंत पंचमी के त्योहार को बसंत ऋतु का आगमन माना गया है। हिन्दू धर्म में यह एक प्रमुख त्योहार के रूप में मनाया जाता है। इस दिन ज्ञान की देवी माता सरस्वती की पूजा करने का विधान है। इस दिन माता सरस्वती की पूजा, उपासना करने से साधक को ज्ञान, बुद्धि, विद्या, सुख और समृद्धि प्राप्त होती है। भारत वर्ष में बसंत पंचमी को श्री पंचमी और ज्ञान पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता के अनुसार बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा में कुछ विशेष चीज़ों को शामिल करने से मां सरस्वती जल्दी प्रसन्न होती है। तो चलिए जानते हैं हरदा के रहने वाले पंडित एवं ज्योतिषी धर्मेंद्र दुबे से बसंत पंचमी पर पूजा थाली में किन चीज़ों को शामिल करना शुभ होता है।

बसंत पंचमी की पूजा सामग्री में शामिल करें ये चीज़ें 
बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा पूरे श्रद्धाभाव के साथ करनी चाहिए। इस दिन पूजा की थाली में लौंग,सुपारी, तुलसी दल, हल्दी, एक लोटा जल, रोली, सिंदूर, आम के पत्ते, घी का दीपक, अगरबत्ती, एक पान, सुपारी, मां सरस्वती की मूर्ति या तस्वीर,चौकी और पीला वस्त्र, पीले रंग के फूल और माला, भोग के लिए मीठे पीले चावल, मालपुआ, बूंदी के लड्डू, केसर का हलवा आवश्यक रूप से होनी चाहिए। 

बसंत पंचमी पर मां सरस्वती को लगाएं इन 3 चीजों का भोग

बेसन के लड्डू का भोग
बसंत पंचमी के त्योहार पर माता सरस्वती को बेसन के लड्डू का भोग लगाना शुभ होता है। इस दिन माता सरस्वती को बेसन के लड्डू का भोग लगाने से व्यक्ति को व्यापार और नौकरी के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है। आय के नए स्तोत्र खुलते हैं।

केसर की खीर
बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती को केसर की खीर बनाकर भोग लगाना चाहिए। केसर को शुभता और चावल को माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में केसर की खीर का भोग लगाने से माता सरस्वती और माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है। उस व्यक्ति को करियर में तरक़्क़ी प्राप्त होती है। ज्ञान और विद्या का आशीर्वाद भी मिलता है।

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