Basant Panchami 2024: हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को प्रतिवर्ष बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। देश के जाने-माने हस्त रेखा एवं कुंडली विशेषज्ञ डॉ मनीष गौतम महाराज ने बताया कि इस दिन माता सरस्वती की पूजा होती है एवं माता सरस्वती का प्रगट उत्सव भी मनाते हैं। कई लोग अपने कलम दवात की पूजा भी करते हैं। 14 फरवरी 2024 बुधवार के दिन इस बार बसंत पंचमी पड़ रही है। बच्चों को विद्या बुद्धि प्राप्त के लिए एवं उनके उन्नति के लिए इस दिन पूजा आराधना माता सरस्वती की जरूर करनी चाहिए। इस दिन सरस्वती माता की पूजा करने से काफी लाभ प्राप्त होता है।
बसंत पंचमी के दिन का महत्व
इस दिन तक्षक नाग की भी पूजा की जाती है। इसके साथ ही कामदेव की पूजा भी होती है। बसंत पंचमी से बसंत ऋतु का आरंभ माना जाता है। भगवान श्री कृष्ण ने श्रीमद् भागवत गीता में कहा है। मैं ऋतियो में बसंत हूं। बसंत ऋतु के आने से पेड़ो के पुराने पत्ते झड़ जाते हैं और नए पत्ते आ जाते हैं। इस दिन कामदेव की पूजा विधि विधान के साथ की जाती है क्योंकि कामदेव को भगवान शिव ने अपने तीसरे नेत्र से भस्म कर दिया था। उसके बाद रति को दिए वरदान के अंतर्गत कामदेव श्री कृष्ण के पुत्र प्रद्युम्न के रूप में अवतरित हुए थे। बसंत पंचमी के दिन ही श्री रामचंद्र जी शबरी के आश्रम में आए थे। यह पंचमी हमें गुरु राम सिंह काका के बलिदान दिवस की भी याद दिलाती है।
बसंत पंचमी मनाने के पीछे की धार्मिक मान्यताएं
बसंत पंचमी मनाने के पीछे मान्यता है कि माता सरस्वती शारदा जिनको विद्या, संगीत, बुद्धि और कला की देवी कहा जाता है। उनका प्रगट बसंत पंचमी के दिन ही हुआ था। यही कारण है कि इस शुभ दिन पर भक्तगण ज्ञान प्राप्त करने के लिए माता सरस्वती की पूजा आराधना करते हैं। बसंत पंचमी का पर्व स्कूल कॉलेज में धूमधाम से मनाया जाता है। जो माता सरस्वती की ध्यान पूर्वक पूजा भक्ति के साथ करते हैं। उन्हें माता बुद्धि, विद्या और ज्ञान देती हैं क्योंकि ज्ञान की अधिष्टती देवी माता सरस्वती ही है।
यह करने से मिलेगी तीव्र बुद्धि
आज के दिन जिसे भी विद्या बुद्धि और ज्ञान चाहिए। वह विधि विधान से माता सरस्वती की पूजा अर्चना करें। जिससे उनकी विद्या और बुद्धि बढ़ती है। खासतौर पर विद्यार्थी वर्ग को इस दिन माता सरस्वती की पूजा जरूर करनी चाहिए। इससे भविष्य में उनको प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलेगी एवं विद्या बुद्धि का विकास अवश्य ही होगा।
इस उपाय से विद्या बुद्धि की प्राप्ति होगी
जो विद्यार्थी पढ़ने में कमजोर हैं। वह वसंत पंचमी के दिन अपने एक पुस्तक पर मोर पंख जरूर रखें लाभ होगा। इस दिन विद्यार्थी वर्ग कोई कॉपी और किताब जरूर खरीदें और हो सके तो अपने बच्चों के अच्छी पढ़ाई एवं बुद्धि के लिए गरीबों में कापी और पुस्तकों का उनके हाथों से दान कराएं। इससे उन्हें काफी लाभ प्राप्त होगा।