Mahashivratri: महाशिवरात्रि पर 60 साल बाद विशेष संयोग, भोपाल में होंगे विभिन्न अनुष्ठान; 20 जगह निकलेगी शिव बारात 

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Mahashivratri: महाशिवरात्रि पर 60 साल बाद विशेष संयोग, भोपाल में होंगे विभिन्न अनुष्ठान; 20 जगह निकलेगी शिव बारात।
Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि पर इस बार शनिवार (26 फरवरी) को विशेष संयोग बन रहा है। इस दौरान भद्रा काल में शिव आरधना होगी। श्रवण, धनिष्ठा नक्षत्र, परिघ योग, शकुनि करण और मकर राशि के चंद्रमा की भी मौजूदगी रहेगी।

भोपाल (कपिल देव श्रीवास्तव)। महाशिवरात्रि पर इस बार शनिवार (26 फरवरी) को विशेष संयोग बन रहा है। महाशिवरात्रि हिंदू धर्म के पवित्र त्योहारों में से एक है। यह महादेव और मां पार्वती के विवाह के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस शुभ दिन पर शिवभक्त व्रत और विधि पूर्वक भगवान शिव की आराधना करते हैं। इस साल 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह दिवस के रूप में मनाया जाता है।

मां चामुंडा दरबार के पुजारी पंडित रामजीवन दुबे के मुताबिक, महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि 26 फरवरी को सुबह 11:08 बजे शुरू होगी और 27 फरवरी को सुबह 08:54 बजे तक रहेगी। उदया तिथि और पूजा मुहूर्त दोनों 26 फरवरी को पड़ रही है। लिहाजा, महाशिवरात्रि का व्रत और पूजन भी इसी दिन करना उचित है। महाशिवरात्रि पर श्रवण,धनिष्ठा नक्षत्र, परिघ योग, शकुनि करण और मकर राशि के चंद्रमा की मौजूदगी रहेगी।

महाशिवरात्रि के दिन सुबह 11:08 से रात 10:05 बजे तक भद्रा का समय है। भगवान भोलेनाथ् चूंकि कालों के काल हैं। इसलिए उनकी पूजा पर भद्रा और पंचक जैसे अशुभ काल बेअसर रहते हैं। महाशिवरात्रि के दिन भद्रा होने के बावजूद पूरे दिन निर्बाध रूप से शिव पूजा की जा सकेगी। भोपाल में 20 जगह शिव बारात निकाली जाएगी।

भोपाल में महाशिवरात्रि पर होंगे यह कार्यक्रम

  • बड़वाले महादेव मंदिर से शिव बारात
    बड़वाले महादेव मंदिर से भगवान वटेश्वर चांदी के रथ पर सवार होकर दूल्हा स्वरूप में निकलेंगे। रथयात्रा में देवी-देवताओं के स्वरूप में बाल कलाकार भी शामिल होंगे। सुर, नर, मुनि, किन्नर, असुर, यक्ष, गंवर्ध, भूत पिशाच के वेष में भी श्रद्धालु और कई झांकियां भी शामिल होंगे।
  • सिंधी मार्केट, जवाहर चौक जुमेराती, हनुमानगढ़, मंगलवारा, इतवारा, चिंतामन चौक, सावरकर चौक, लखेरापुरा से होते हुए करीब आठ किमी का सफर तय करीब 12 घंटे बाद रात मां भवानी मंदिर सोमवारा पहुंचेगी। जहां पर मंदिर समिति बारात की अगवानी करेगी। इसके बाद यहां पर वरमाला की रस्म की होगी। इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई।
  • गुफा मंदिर में होगी पूजा
    गुफा मंदिर में भगवान शिव का विशेष श्रृंगार किया जाएगा।सुबह यहां शिव महिमा शिव तांडव,रूदी पाठ पंडितों द्वारा किया जाएगा। महंत रामप्रवेश दास के सानिध्य में भगवान शंकर विशेष रुद्राभिषेक होगा।मंदिर परिसर में दिनभर सुबह चार बजे से मंदिर में दर्शन करने बड़ी संख्या भक्त पहुंचते है। यहां चारों प्रहर भगवान भोले का अभिषेक किया जाएगा।
  • भस्म आरती से होगा अभिषेक
    छोला विश्राम घाट स्थित आनंदेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव की भस्म आरती के साथ अभिषेक किया जाएगा। इस दौरान सुबह से मंदिर में शिव भक्तों का पहुंचने का सिलसिला शुरू होगा। जोकि देर रात तक शिव पूजा-अर्चना तक चलेगा।
  • पशुपतिनाथ मंदिर में कलश यात्रा
    महाशिवरात्रि के अवसर पर नेपाली समाज द्वारा गोविंदपुरा के पशुपति नाथ मंदिर में भव्य कलश यात्रा निकाली जाएगी। माता मंदिर से यात्रा शुरू होगी। जोकि दोपहर तक पशुपतिनाथ मंदिर पहुंचेगी। जहां भगवान पशुपतिनाथ को अषिषेक किया जाएगा।
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