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वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 18 सितंबर को साल 2024 को दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है। तो आज इस खबर में जानेंगे कि क्या चंद्र ग्रहण का प्रभाव देश की राजधानी दिल्ली पर पड़ेगा।

Delhi Chandra Grahan 2024: वैज्ञानिक और ज्योतिष की दृष्टि में ग्रहण का विशेष महत्व होता है। वैज्ञानिक की दृष्टि से जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आते हैं तो सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर तो पड़ता है लेकिन चंद्रमा पर नहीं पड़ता है, तब उस समय चंद्र ग्रहण लगता है। ऐसा कहा जा सकता है कि कुछ समय के लिए चंद्रमा पूर्ण या आंशिक रूप से गायब हो जाता है। 

ज्योतिष की दृष्टि से ग्रहण को अशुभ माना गया है। ग्रहण लगने के दौरान कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहण लगने से कुछ घंटे पहले ही सूतक काल प्रारंभ हो जाता है। इस दिन आप कुछ उपाय भी कर सकते हैं। तो आज इस खबर में जानेंगे कि क्या दिल्ली में चंद्र ग्रहण का प्रभाव पड़ेगा। साथ ही ग्रहण के प्रभाव से बचने के लिए क्या करना चाहिए। आइए इन सभी के बारे में विस्तार से जानते हैं।

साल का आखिरी चंद्र ग्रहण कब ?

वैदिक पंचांग के अनुसार, साल 2024 का आखिरी चंद्र ग्रहण 18 सितंबर दिन बुधवार को सुबह 6 बजकर 11 मिनट पर लगेगा। वहीं इस ग्रहण की समाप्ति सुबह के 10 बजकर 17 मिनट पर होगी। यानी चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 06 मिनट की होगी।

क्या ग्रहण दिल्ली में भी आएगा नजर

ज्योतिषियों के अनुसार, चंद्र ग्रहण दिन में लग रहा है इसलिए भारत में इसका आंशिक प्रभाव भी नहीं देखने को मिलेगा। इसलिए देश की राजधानी दिल्ली में भी चंद्र ग्रहण का असर नहीं देखने को मिलेगा। यह ग्रहण उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और अंटार्कटिका जैसे क्षेत्रों में देखा जा सकता है।

ग्रहण के दौरान भूलकर न करें ये काम

  • धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्र ग्रहण के दौरान देवी-देवताओं की मूर्तियों को स्पर्श न करें।
  • इस दौरान किसी भी नुकीली चीजों का प्रयोग न करें।
  • गर्भवती महिलाएं भी भूलकर कैंची, चाकू, सुई आदि चीजों का इस्तेमाल न करें।
  • शास्त्रों के अनुसार, इस दौरान किसी भी व्यक्ति की भावनाओं से न खेले साथ ही किसी का दिल दुखाने से बचें।

ग्रहण के दौरान जरूर करें ये काम

  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहण के दौरान ऊं नम शिवाय, ऊं सोम सोमाय नम का जाप करें।
  • साथ ही हनुमान चालीसा, विष्णु सहस्त्रत्त्नाम, ऊं नमो भगवते वासुदेवाय का भी जाप करें।
  • ग्रहण के दौरान महामृत्युंजय मंत्र का भी जाप कर सकते हैं। यह मंत्र बेहद प्रभावी माना जाता है।

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डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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