Dussehra 2024 Par Kya Kare Kya Na Kare: दशहरे को लेकर पूरे देश में तैयारियां चल रही हैं। 12 अक्टूबर दिन शनिवार को दशहरा का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध किया था। इसलिए दशहरा को बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान श्री राम की पूजा की जाती है।

पश्चिम बंगाल की ओर दशहरे के दिन मां दुर्गा की पूजा करने का विधान है। इस दिन जो भी भक्त श्री राम जी और माता दुर्गा की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते हैं। उनकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इसके साथ ही आर्थिक तंगी जैसी समस्याओं से मुक्ति भी मिल जाती हैं।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दशहरा के दिन दसों दिशाएं खुली रहती हैं। इसलिए इस दिन किसी भी कार्य की शुरुआत कर सकते हैं। लेकिन, कुछ काम ऐसे भी हैं, जिन्हें भूलकर भी नहीं करना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दशहरे के दिन कुछ जगहों पर शस्त्रों की पूजा करने की परंपरा है। तो आज इस खबर में जानेंगे कि दशहरा के दिन क्या करना चहिए और क्या नहीं करना चाहिए। आइए विस्तार से जानते हैं।

दशहरा के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए...

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन अपने इष्ट देवी-देवताओं की पूजा करनी चाहिए। साथ ही, पूजा में अपराजिता के फूल या शमी की पत्तियां जरूर अर्पित करनी चाहिए।

दशहरा के दिन रावण दहन जरूर देखने जाना चाहिए। मान्यता है कि रावन दहन देखने से व्यक्ति के अंदर से नकारात्मक विचारें खत्म हो जाती हैं।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दशहरे के दिन रावण दन के बाद उसकी बची हुई राख या लकड़ी घर में अवश्य लेकर आएं। मान्यता है कि रावण दहन की राख में श्री राम जी की ऊर्जा होती है।

दशहरे के दिन रावण दहन से पहले घर में रखे हुए औजार या हथियार की पूजा अवश्य करनी चाहिए। क्योंकि इस दिन अस्त्र-शस्त्र की पूजा करना शुभ माना गया है। श्री राम जी ने भी रावण को मारने से पहले शस्त्र की पूजा की थी।

इस दिन घर में रखी हुई विद्या से जुड़ी वस्तुओं जैसे कॉपी-किताब और कलम की पूजा करनी चाहिए।

दशहरे के दिन गरीबों या ब्राह्मणों में झाड़ू का दान करना बहुत ही शुभ माना गया है। मान्यता है कि ऐसा करने से घर की आर्थिक स्थिति ठीक हो जाती हैं। इसके साथ ही माता लक्ष्मी का आगमन भी होता है।

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दशहरे के दिन तामसिक पदार्थ जैसे- मांस, मदिरा, लहसुन, प्याज आदि चीजों का सेवन न करें।

इसके साथ ही इस दिन किसी का भी अपमान नहीं करना चाहिए। किसी को अपशब्द भी न बोलें।

इस दिन दसों दिशाओं की पूजा भी नहीं करना चाहिए।

यह भी पढ़ेंआज या कल, कब करें नवरात्रि व्रत का पारण, जानें यहां शुभ तिथि और विधि

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।