Eid al-Fitr 2025: 31 मार्च या 1 अप्रैल... भारत में कब है ईद? जानें ईद-उल-फितर की सही डेट  

Eid al-Fitr 2025: दुनिया भर के मुसलमान ईद-उल-फितर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन हर बार के जैसे इस साल भी सवाल यह है कि ईद 31 मार्च को मनाई जाएगी या 1 अप्रैल को?;

Update:2025-03-28 10:52 IST
Eid al-Fitr 2025: 31 मार्च या 1 अप्रैल... भारत में कब है ईद?Eid al-Fitr 2025: March 31 or April 1? Know Correct Date of Eid in India
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Eid al-Fitr 2025 Date: दुनिया भर के मुसलमान ईद-उल-फितर का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। ईद-उल-फितर या ईद, रमज़ान माह के समाप्त होने पर मनाई जाने वाली खुशी का पर्व है, जो मुस्लिम समुदाय के लिए विशेष महत्व रखता है। हर साल यह तिथि चांद के दीदार अनुसार तय होती है, जिससे इसकी तारीख बदलती रहती है। इस साल, 2025 में भी सवाल यह है कि ईद 31 मार्च को मनाई जाएगी या 1 अप्रैल को? जानिए इस साल की सही तारीख और ईद के दिन से जुड़ी अहम जानकारी। 

भारत में ईद की तारीख कैसे तय होती है?
भारत में ईद की तारीख चाँद दिखने पर निर्भर करती है। इस प्रक्रिया को "चाँद देखना" या "चाँदनी का ऐलान" कहा जाता है। इस त्यौहार को रमज़ान महीने के अंत में और शव्वाल महीने की पहली तारीख को ईद-उल-फितर के तौर पर मनाया जाता है, जो रमजान के पाक महीने के खत्म होने का ऐलान करता है। भारत में ईद की सही तारीख चांद के दीदार से तय की जाती है। यह तिथि इस बात पर निर्भर करती है कि रमज़ान के 29वें या 30वें दिन चाँद दिखाई देता है या नहीं।

यदि चाँद 29वें दिन चांद दिखाई देता है, तो अगले दिन ईद मनाई जाती है। अगर चाँद नहीं दिखाई देता, तो रमज़ान महीने को 30 दिन तक पूरा किया जाता है और ईद अगले दिन मनाई जाती है। भारत में विभिन्न राज्यों में चाँद देखने के लिए अलग-अलग जगहों पर समितियाँ बनाई जाती हैं, जो वैज्ञानिक और धार्मिक आधार पर निर्णय लेती है और चाँद के दिखने का ऐलान करती हैं। वहीं, कुछ लोग सऊदी अरब में चांद दिखने की घोषणा के आधार पर भी ईद मनाते हैं। इस कारण से, कभी-कभी ईद की तारीख एक दिन के अंतर से अलग-अलग राज्यों में तय हो सकती है।

भारत में ईद 2025 कब है?
इस्लामी कैलेंडर के अनुसार, रमजान के बाद शव्वाल महीने की पहली तारीख को भारत में ईद या ईद-उल-फितर मनाई जाती है। चूंकि, भारत में इस साल रमज़ान के पाक महीने की शुरुआत 2 मार्च 2025 से हुई थी। इसलिए ईद-उल-फ़ितर 31 मार्च या 1 अप्रैल को मनाई जाएगी, क्योंकि ईद की तारीख चांद के दिखने पर निर्भर होती है। चांद का दिखना इस्लामी कैलेंडर के दसवें महीने शव्वाल की शुरुआत का संकेत देता है।

यदि 30 मार्च की शाम को चांद का दीदार हो जाता है, तो 31 मार्च को पूरे भारत में ईद का जश्न मनाया जाएगा। लेकिन अगर चांद 31 मार्च को नजर आता है, तो देशभर में ईद 1 अप्रैल 2025 को मनाई जाएगी। 

सऊदी अरब में ईद 2025 की तारीख
सऊदी अरब में भी ईद की तारीख चांद के दीदार पर ही तय होती है। अगर 29 मार्च को चांद दिखाई देता है तो सऊदी अरब में ईद-उल-फितर 2025 संभवतः 30 मार्च, 2025 को मनाई जाएगी। अगर उस तारीख को चांद दिखाई नहीं देता है तो ईद 31 मार्च, 2025 को मनाई जाएगी।

रमजान में चांद का दिखना क्यों महत्वपूर्ण है?
रमजान के दौरान चांद का दिखना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह इस्लामी चंद्र महीनों की शुरुआत और अंत का प्रतीक है। इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना रमजान, नए चांद के दिखने के साथ शुरू होता है। वहीं, ईद-उल-फितर भी चांद के दिखने से तय होता है, जो रमजान के अंत का जश्न मनाता है।

चूंकि इस्लामी कैलेंडर चंद्र चक्र पर आधारित है, इसलिए हर महीना चांद की दृश्यता के आधार पर 29 या 30 दिनों का होता है। अर्धचंद्राकार चाँद का दिखना इस्लामी कैलेंडर में एक नए महीने की शुरुआत का संकेत देता है।

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