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Ganesh Chaturthi 2024: गणेश चतुर्थी के दिन घर में बप्पा की मूर्ति लाते समय कुछ वास्तु नियमों का ध्यान रखना पड़ता है। तो आज इस खबर में घर में गणेश मूर्ति का स्थापना करने का वास्तु नियम के बारे में विस्तार से जानेंगे।

Ganesh Chaturthi 2024: वैदिक पंचांग के अनुसार, साल 2024 में गणेश चतुर्थी का त्योहार 7 सितंबर दिन शनिवार को मनाया जाएगा। सनातन धर्म में भगवान गणेश का विशेष स्थान है। किसी भी पूजा-पाठ में सबसे पहले भगवान श्री गणेश की पूजा की जाती है। इसलिए इन्हें विघ्नहर्ता के नाम से भी जाता है। अगले 6 दिन बाद घरों में बप्पा का आगमन होगा। लोग बड़े ही धूमधाम से गणेश उत्सव का त्योहार मनाते हैं।

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सनातन धर्म में भगवान गणेश का विशेष महत्व है, इसलिए घर में गणपति का स्थापना करने से पहले कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है। गणेश जी की मूर्ति का स्थापना करते समय वास्तु शास्त्र का भी विशेष ध्यान रखना पड़ता है। तो आज इस खबर में जानेंगे कि गणेश चतुर्थी के दिन बप्पा की मूर्ति स्थापना करते समय किन-किन वास्तु नियमों का ध्यान रखना चाहिए।

मूर्ति की दिशा

वास्तु शास्त्र के अनुसार, यदि आप अपने घर में गणेश जी की मूर्ति या फोटो रखते हैं, तो दिशाओं का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है। यदि आप गणेश जी की मूर्ति गलत दिशा या गलत स्थान पर स्थापित करते हैं तो इससे भगवान गणेश नाराज हो सकते हैं। साथ ही आपको कई तरह की परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार, यदि आप पहली बार गणेश जी की मूर्ति अपने घर में स्थापित करना चाहते हैं तो मूर्ति की स्थापना ईशान कोण, पूर्व ईशान कोण या उत्तर दिशा होनी चाहिे। कभी भी घर की दक्षिण दिशा में गणेश जी की मूर्ति का स्थापना नहीं करना चाहिए। साथ ही घर के शौचालय, कूड़ेदान, स्टोर रूम या सीढ़ियों के नीचे भी बप्पा की मूर्ति का स्थापना न करें।

गणपति का आसन

वास्तु शास्त्र के अनुसार, गणेश जी की मूर्ति घर में लाते समय ललितासन में बैठी हुई होनी चाहिए, क्योंकि ऐसी मूर्ति सुख-शांति का प्रतीक होती है। मान्यता है कि इस तरह की मूर्ति घर में स्थापित करने से सुख-समृद्धि हमेशा बनी रहती है।

गणेश जी की सूंड

शास्त्र के अनुसार, यदि आप गणेश जी की मूर्ति घर में लाते हैं तो ध्यान रखें भगवान गणेश की सूंड हमेशा बाई ओर झुकी होनी चाहिए। मान्यता है कि इस तरह की मूर्ति हमेशा सफलता और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती है।

मूर्ति के बाएं हाथ में मोदक

वास्तु विशेषज्ञ के अनुसार, बप्पा की मूर्ति के बाएं हाथ में मोदक होना चाहिए। साथ ही बप्पा के चरणों के पास मूषक वाहन भी होना चाहिए और गणपति के दाहिने हाथ की तीन उंगलियां खुली होनी चाहिए। इसके साथ ही पहली उंगली अंगूठे को छूती होनी चाहिए। इस तरह की मूर्ति घर में आप स्थापना कर सकते हैं।

मूर्ति का रंग

वास्तु शास्त्र के अनुसार, भगवान गणेश की मूर्ति का रंग सफेद या सिंदूरी होना चाहिए, क्योंकि सफेद रंग जीवन में सुख-शांति और समृद्धि लाता है। साथ ही सिंदूरी रंग आत्म-विकास की इच्छा को पूरा करता है। इसलिए घर में सफेद या सिंदूरी रंग का गणेश मूर्ति लाना चाहिए।

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डिस्क्लेमर: यह जानकारी वास्तु शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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