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Hartalika Teej: हरतालिका तीज का व्रत सुहागिन महिलाएं और कुंवारी कन्यायें रखती हैं। आगामी 6 सितंबर को यह पवित्र पर्व मनाया जाएगा। भगवान शिव और मां पार्वती की इस दिन विधिविधान के साथ पूजा पाठ की जाती है। व्रत रखने से पुण्य लाभ प्राप्त होता है।

Hartalika Teej: सुहागिनों के सबसे बड़े पर्व में से एक हरतालिका तीज का व्रत छह सितंबर को रखा जाएगा। इस दिन भगवान भोलेनाथ और मां गौरी की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। इस व्रत की पूजन सामग्री को लेकर शहर के सभी प्रमुख बाजारों में बिक्री शुरू हो गई है।

संकट दूर हो जाते हैं
हरतालिका तीज का व्रत करने से विवाहित महिलाओं को अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है और उनके पति पर आने वाले सभी संकट दूर हो जाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शंकर को पति के रूप में पाने के लिए किया था।

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सच्ची श्रद्धा के साथ यह व्रत
मां गौरी के समर्पण और तपस्या को देखते हुए ही भोलेनाथ ने उन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। कहते हैं कि तभी से पार्वती जी के प्रति सच्ची श्रद्धा के साथ यह व्रत किया जाता है। शुभ मुहूर्त में भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती की विधिवत पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

संतान प्राप्ति की इच्छा पूर्ति
इस व्रत को रखने से कुंवारी कन्यायें सुयोग्य वर की प्राप्ति हेतु करती है। सुहागिन महिलाएं और कुंवारी कन्यायें भगवान शिव और मां पार्वती की विधिवत पूजा करती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती है। यह व्रत संतान प्राप्ति की इच्छा पूर्ति के लिए भी किया जाता है।

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