Jitiya Vrat 2024: हम सभी जानते हैं कि जितिया का व्रत बहुत ही कठिन होता है। इस व्रत को रखने के लिए पूरे दिन माताएं निर्जला रहती हैं यानी बिना कुछ खाए-पिए व्रत रखती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो महिलाएं सच्चे मन और विधि-विधान से जितिया का व्रत रखती हैं उन्हें शुभ फल की प्राप्ति होती हैं।
जितिया का व्रत संतान की लंबी उम्र और सुरक्षा के लिए रखा जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यदि जितिया व्रत के दौरान भूख या प्यास लग जाए तो क्या करना चाहिए। यानी, प्यास लगने पर पानी पी सकते हैं या नहीं। इस बात को लेकर महिलाओं में कन्फ्यूजन रहता है। तो आज इस खबर में जानेंगे यदि जितिया व्रत के दौरान प्यास लग जाता है, तो पानी पी सकते हैं या नहीं।
जितिया व्रत में पानी पी सकते हैं या नहीं
ज्योतिष शास्त्र में किसी भी पूजा-पाठ और व्रत त्योहार के बारे में विस्तार से बताया गया है। यदि महिलाएं जितिया का व्रत रख रही हैं और कुछ घंटे बाद उन्हें प्यास लग जाती है, तो वो पानी पी सकती हैं। लेकिन, पहले जितना संभव हो सके उतना सहन करें। यदि बिना पानी का रहा नहीं जा रहा है तो उस स्थिति में महिलाएं पानी पी सकती हैं। जितिया व्रत में पानी पीने का भी नियम बताया गया है। आइए उन नियमों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि आपको जितिया व्रत के दौरान प्यास लगती है, तो आपको सबसे पहले एक थाली में पानी लेना है। थाली में पानी लेने के बाद जमीन पर रखना होगा। उसके बाद घुटने के सहारे यानी (जिस प्रकार गाय चार पैरों पर चलती है, ठीक वैसे ही दोनों हाथ और दोनों घुटने जमीन पर) होकर पानी पी सकती हैं। मान्यता है कि इस तरह से पानी पीने से व्रत खंडित नहीं होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस तरह से पानी तभी पीना है जब व्रत में आप बिना पानी का रहा नहीं जा रहा है।
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डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।